Bahraich Violence News: बहराइच से बड़ी खबर सामने आ रही है. बहराइच हिंसा की आग में झोंकने वाले मुख्‍य आरोपी सरफराज का गुरुवार को पुलिस एनकाउंटर हो गया. सरफराज साथियों के साथ अपनी ससुराल नेपाल भागने की फ‍िराक में था. सरफराज के साथ मोहम्मद तालिब नाम के एक और आरोपी को भी गोली लगी. जबकि पांच अन्य गिरफ्तार कर लिए गए. यूपी एसटीएफ ने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया. बताया जाता है कि दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए संघर्ष में राम गोपाल मिश्रा को गोली मारने के बाद सरफराज का परिवार मौके से भाग गया था. लेकिन इंटरनेट खत्म हो जाने के बाद जब आरोपियों ने मोबाइल फोन से सामान्य कॉल की तो उनकी लोकेशन ट्रैक हो गई औऱ पुलिस ने उन्हें घेर लिया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान रविवार को हिंसा भड़क उठी थी. इस दौरान राम गोपाल मिश्रा को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.  आरोप है कि सरफराज सहित 4 लोगों ने अब्दुल हमीद की लाइसेंसी बंदूक से विसर्जन जुलूस में जा रहे राम गोपाल मिश्रा को गोली मारी थी.  पुलिस ने नेपाल बॉर्डर पर इनका एनकाउंटर किया. इस दौरान सरफराज और तालिब पुलिस की मुठभेड़ हुई. नेपाल सीमा के पास हांडा बसेहरी नहर के पास यह एनकाउंटर हुआ. इस घटना में आरोपी तालिब को गोली लगी है और वह गंभीर हालत में है. मामले में आरोपी अब्दुल हमीद समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामले में गोली से घायल दोनों आरोपियों की हालत ठीक बताई जा रही है. अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि दोनों के पैर में अभी गोली अंदर ही फंसी हुई है. एक्सरे के बाद इनकी पैर में लगी बुलेट निकाली जाएगी. 


पुलिस का क्या कहना है 
 बहराइच जिले की एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि रामगोपाल मिश्रा की गोली मार कर हत्या करने के केस में आज बहराइच पुलिस द्वारा पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है 


1. मोहम्मद फ़हीन (नामजद)
2. मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू 
3. मोहम्मद सरफराज (नामजद)
4. अब्दुल हमीद (नामजद)
5. मोहम्मद अफज़ल 


बताया जा रहा है कि पहले दो आरोपियों की की निशानदेही पर मर्डर में प्रयुक्त हुए हथियार की बरामदगी के लिए जब पुलिस टीम उन्हें लेकर गई तो इनके द्वारा वहां रखे हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की गई. जवाबी फायरिंग में दोनों को गोली लगी है. गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उपचार कराया जा रहा है. मर्डर में उपयोग किया हथियार बरामद हो गया.


बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला ने कहा कि बहराइच के महाराजगंज बाजार में जो घटना हुई थी, जिसमें रामगोपाल मिश्रा की हत्या कर दी गई थी. उसमें नामजद आरोपी मोहम्मद फहीम, मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू ,मोहम्मद सरफराज, अब्दुल हमीद और मोहम्मद अफजल की गिरफ्तारी की गई है. हत्या में जो हथियार इस्तेमाल किया गया था उसकी बरामदगी के लिए नानपारा इलाके में सरफराज और तालीम उर्फ बबलू को ले जाया गया था. जहां पर इन्होंने हथियारों से पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में दोनों को गोली लगी है. इसके बाद दोनों को अस्पताल भेजा गया है वहां डॉक्टर की टीम उपचार कर रही है.


उन्होंने बताया कि रामगोपाल मिश्रा की हत्या में जो हथियार इस्तेमाल किया गया था वह बरामद कर लिया गया है. इस मामले में अभी और लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम दबिश दे रही है. इस मामले में और पूरी हिंसक घटना में जो लोग भी शामिल रहे हैं चाहे अफवाह फैलाने में चाहे साजिश रचने में यानी किसी तरह से उनका रोल रहा है सबके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा अभी और गिरफ्तारियां करनी बाकी है. जिसका प्रयास किया जा रहा है. सभी के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी. 


क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि 13 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन के दौरान दोनों पक्षों के बीच हिंसा भड़क उठी थी. इस दौरान युवक रामगोपाल मिश्रा की हत्या हुई. बताया जा रहा है कि विसर्जन के दौरान डीजे पर भड़काऊ गाना बजाया गया था. विवाद तब बढ़ गया, जब दूसरा पक्ष डीजे बंद करने के लिए तैयार नहीं हुआ. जिसके बाद डीजे के तार निकाल दिए गए. इसके बाद भीड़ ने हंगामा करना शुरू कर दिया.


कैसे हुई थी हिंसा
 बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विर्सजन के दौरान हुई हिंसा को लेकर और भी कई खुलासे हुए हैं. इस हिंसा की पूरी तैयारी सुनियोजित तरीके से कर ली गई थी. पुलिस की जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं. रिपोर्ट में की मानें तो दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान अमन चैन में खलल डालने के लिए पत्थरबाजी करने की तैयारी पहले से ही की गई थी. पहले से ही छत पर पत्थर और ईंट जमा कर लिए गए थे. हिंसा के दौरान 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र गुस्से में अब्दुल हमीद की छत पर चढ़ गया और वहां लगे हरे झंडे को निकालकर भगवाध्वज फहरा दिया. इस दौरान आरोपी उसे घर में घसीट ले गए और उसे गोली मार दी.


पुलिस की लापरवाही सामने आई थी
मालूम हो कि इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई थी. इस संबंध में सीओ महसी रूपेंद्र गौड़ को हटाया गया था. रूपेंद्र गौड़ ने यात्रा में शामिल लोगों पर लाठियां चलवाई थीं. इसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई थी. इस मामले में 11 मुकदमे दर्ज हुए हैं. पुलिस ने अब तक 55 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. मामले में एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश खुद बहराइच पहुंचे थे. यही नहीं रामगोपाल मिश्रा की पत्नी समेत परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात की थी.


सीएम योगी ने क्या कहा था 
मामले पर सीएम योगी ने कहा था कि बहराइच के पीड़ित परिवारवालों से मुलाक़ात की. इस मामले में सरकार की न्याय दिलाने की प्राथमिकता रहेगी. योगी आदित्यनाथ ने परिजनों ने हत्यारोपियों के साथ वैसा ही सलूक करने की मांग की थी. पीड़ित परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता भी दी गई थी.


और पढ़ें


Bahraich Encounter: बहराइच के हमलावरों का पुलिस एनकाउंटर, नेपाल भागने की फिराक में आरोपियों की UP STF से मुठभेड़


Video: "...अपनी नाकामी छिपा रही सरकार", बहराइच हिंसा के आरोपियों के एनकाउंटर पर अखिलेश का निशाना