बलिया: पत्रकार रतन सिंह की हत्या के मामले में उनके पिता ने पुलिस पर ही आरोप लगाए हैं. रतन सिंह के पिता ने पुलिस महानिरीक्षक सुभाष चंद्र दुबे की हत्या के पीछे पुआल और धान की भूसी वाली थ्योरी को झूठ कहा है और थानाध्यक्ष शशिमौली पर संगीन आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि थानाध्यक्ष शशिमौली ने आरोपियों के साथ मिलकर उनके बेटे की हत्या करवाई है. दिवंगत पत्रकार ने भाई ने भी ये आरोप लगाया है कि थानाध्यक्ष शशिमौली मौका ए वारदात पर जाकर भाग गए थे. 
पिता ने ये भी कहा है कि उनका बेटा किसी विवाद में नहीं पड़ता और अपने पेशे यानि पत्रकारिता से ही मतलब रखता था. रतन सिंह की बहन ने भी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए परिवार के साथ सीएम से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द थानाध्यक्ष शशिमौली की गिरफ्तारी की जाए. हालांकि मृतक पत्रकार रतन सिंह के सगे चाचा कौशल कुमार सिंह का कहना है कि पिछले चार पांच सालों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था.


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बलिया: पत्रकार की हत्या से हड़कंप, सीएम योगी ने जताया शोक, 10 लाख की मदद का ऐलान


अब तक पुलिस ने क्या किया?
पत्रकार रतन सिंह के हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक 10 नामजद अभियुक्तों में से 6 को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा प्रकरण में संदिग्ध माने जा रहे थानाध्यक्ष शशिमौली को भी सस्पेंड किया जा चुका है.


मामले पर राजनीति का दौर जारी 
सीएम योगी ने पत्रकार रतन सिंह की हत्या के मामले में जहां आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आदेश देते हुए परिवार के लिए 10 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की है, वहीं सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला पोस्टमार्टम हाउस भी पहुंचे. 


उधर कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में बलिया पत्रकार के परिवार मिलने पहुंचेगा. 


समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर हत्याकांड के जरिये प्रदेश की कानून व्यवस्था और सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. 


वहीं बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी काल में भी अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. उन्होंने लिखा है कि अब तो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माने जाने वाले मीडिया जगत के लोग भी यहां आए दिन हत्या व जुर्म के शिकार हो रहे हैं.


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