Shahjahanpur News: शाहजहांपुर की उस बहादुर बेटी, जिसने खुद को संत कहने वाले आसाराम को सलाखों के पीछे पहुंचाया, उसके पिता ने आसाराम को 7 दिन का फरलो मिलने पर गहरी चिंता जताई है. आसाराम को इलाज के लिए 7 दिन का फरलो दिया गया है.


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आसाराम को फरलो पर नाराजगी
पीड़िता के पिता ने इस फरलो पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि आसाराम बीमारी का बहाना बना रहा है. उन्होंने कहा कि अगर वाकई में उसे इलाज की जरूरत थी, तो जोधपुर के एम्स में भी उसका इलाज हो सकता था. उन्होंने सवाल उठाया कि आसाराम को मुंबई ले जाने की क्या जरूरत थी, जब जोधपुर में ही एम्स जैसी प्रतिष्ठित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है.


पीड़ित के पिता को षड्यंत्र की आशंका
पीड़िता के पिता ने इस फैसले को लेकर आशंका जताई है कि आसाराम जेल से बाहर आकर उनके परिवार के खिलाफ षड्यंत्र रच सकता है. उन्होंने कहा कि आसाराम का बाहर आना उनके परिवार के लिए खतरे की घंटी है और उनका परिवार इस समय असुरक्षित महसूस कर रहा है. 


उन्होंने सरकार और न्यायपालिका से गुहार लगाई है कि उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और आसाराम को जेल से बाहर आने की अनुमति देने के फैसले पर पुनर्विचार किया जाए. पीड़िता के पिता के इन बयानों ने एक बार फिर आसाराम के मामले को सुर्खियों में ला दिया है और इस पर विभिन्न पक्षों से प्रतिक्रियाएं आने की संभावना है.


किस मामले में आसाराम को हुई सजा
आसाराम पर आरोप था कि उसने वर्ष 2013 में अपने जोधपुर स्थित आश्रम में शाहजहांपुर की रहने वाली एक 16 वर्षीय नाबालिग का रेप किया था. इस मामले में आसाराम को एक सितंबर 2013 को गिरफ्तार कर लिया गया और वर्ष 2018 में आसाराम को इस केस में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. 


एसपी अशोक कुमार ने कही ये बात 
शाहजहांपुर एसपी अशोक कुमार मीणा ने पीड़ित के पिता के बयान पर कहा कि पीड़िता के घर पर पहले ही से पुलिस बल तैनात है. उन्होंने बताया कि पीड़िता जब भी बाहर जाती है उसके साथ एक गनर भी रहता है. हम पीड़ित परिवार की सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं. 


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