शिवकुमार/शाहजहांपुर: शाहजहांपुर के गांव में खेत की जोताई के दौरान बड़ी मात्रा में लगभग 2 सौ साल पुराने हथियार मिले हैं. इसमें तलवारें, बरछी, सिंगल बैरल की बंदूकों की नाले और कई पुराने हथियार मिले हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि यह हथियार 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के वक्त के हो सकते हैं. फिलहाल पुलिस ने खेत में मिले पुराने शास्त्रों को जप्त कर लिया है और पुरातत्व विभाग को जांच के लिए बुलाया है.


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खुदाई में निकला हथियारों का जखीरा
पुराने हथियार मिलने का यह मामला थाना निगोही क्षेत्र के ढकिया तिवारी गांव का है. बताया जा रहा है कि गांव के रहने वाले बाबूराम ने एक पुराना खेत खरीदा था. जिसे उन्होंने बैल और हल के जरिए जब जोतना शुरू किया तो उनका हल जमीन में किसी चीज से टकरा गया. जब उन्होंने फावड़े से जमीन की खुदाई शुरू की तो खेत में अलग-अलग जगह से 20 तलवारे 10 सिंगल बैरल बंदूकों की नली, एक दो नाली बंदूक की नली, एक बरछी और एक पुराने तमंचे जैसा हथियार मिला.


इलाके में मच हड़कंप
खेत से हथियार मिलने की चर्चा पूरे इलाके में फैल गई. जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग खेत पर पुराने हथियारों को देखने के लिए इकट्ठा हो गए. सूचना के बाद मौके पर पुलिस और राजस्व विभाग की टीम पहुंच गई. जिसके बाद पुराने हथियारों को टीम ने कब्जे में ले लिया. हथियारों की उम्र और समय का पता लगाने के लिए पुरातत्व विभाग को सूचना दे दी गई है.


क्या बोले इतिहासकार?
इतिहासकार डॉ विकास खुराना का कहना है कि निगोही के कई खेड़े पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं. इससे पहले इसी इलाके में हड़प्पा कालीन अस्त्र-शस्त्र भी बरामद हुए हैं. इतिहासकार का ये भी कहना है कि यह इलाका क्रांतिकारी गतिविधियों के लिए भी प्रख्यात रहा है. 1857 की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ गदर की बहुत सी घटनाएं इस क्षेत्र में हुईं. इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि इनका उस दौर से भी कोई ताल्लुक रहा हो. उस समय लड़ाई के हथियार तलवारें और बंदूकें थीं. अध्ययन के बाद स्थिति स्पष्ट की जा सकेगी.