मुहम्मद तारीक/ पीलीभीत : ये कैसी इंजीनिरिंग है कि पीलीभीत में माधोटांडा और पीलीभीत मार्ग को जोड़ने वाले मार्ग की पुलिया बीते डेढ़ माह में तीसरी बार पानी में बह गयी. मरम्मत के नाम पर लोक निर्माण विभाग ने वैसे तो लाखों रुपये खर्च कर दिए. लोग 30 किमी की जगह 60 किमी का सफर तय करने को मजबूर हैं. अब हालात ऐसे हो गए हैं कि पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता एक फिर यानी चौथी बार कार्य कराने की बात कह रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लोकनिर्माण विभाग की ओर से मरम्मत का काम
दरअसल माधोटांडा- पीलीभीत मार्ग जनपद के मुख्य मार्गों में शामिल हैं. नेपाल सीमा के साथ पीटीआर के पर्यटन क्षेत्र जाने के लिए इस मार्ग से होकर ही गुजरना पड़ता है. डेढ़ माह पूर्व आई बाढ़ से माधोटांडा मार्ग तीन स्थानों पर कट गया था. जिससे आवागमन ठप होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई थी. मजबूरी में लोगों को पूरनपुर होकर पीलीभीत जाना पड़ गया. जिसके लिए 30 की जगह 60 किमी की दूरी तय करनी पड़ी. पानी कम होने के बाद लोकनिर्माण विभाग की ओर से मरम्मत का काम करवाया गया पर  पानी आने के बाद फिर से पुलिया बह गई. 


चौथी बार शुरू होगा काम 
लोगों ने जब इसे लेकर विरोध जताया और कार्यालय को ही पूरी तरह से घेर लिया तो फिर तीसरी बार कार्य शुरू किया गया. करीब पांच लाख रुपये की लागत से कटे स्थान की मरम्मत शुरू की गई. दो स्थानों पर मिट्टी डलवाने के बाद यातायात शुरू कर दिया गया था. तीन दिन पूर्व शेष बचे एक स्थान पर भी मरम्मत कार्य शुरू करवाया गया था. वह तीसरे बार भी बह गया. इससे सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया. लोगों का इस बारे में कहना है कि कार्य में लापरवाही बरती जा रही है. पाइप को ऊंचाई में लगाने से पानी सही से क्रॉस नहीं हो रहा है. जिसकी वजह से पुलिया बह गया. अधिशासी अभियंता अब फिर से कार्य कराने की बात कह रहे हैं.


और पढ़ें- Ration Card: एक बार में हो जाएगा KYC, राशन कार्ड में दर्ज हर शख्स को इस तारीख तक लगाना होगा अंगूठा


और पढ़ें- UP में लाखों राशन कार्ड की E KYC अब तक नहीं, योगी सरकार ने दिया एक और मौका