राघवेंद्र सिंह/बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद में एक ऐसी लेडी सिंघम है, जिससे जनपद के मजनुओं की शामत आ गई है. जब रोड पर देश की यह बेटी निकलती है तो, फिर मजनू टाइप लोग रोड छोड़ देते हैं. अपने फर्ज और कर्तव्य से इंस्पेक्टर दीपिका पांडेय खूब चर्चित हो रही हैं. दीपिका पांडेय एक तरफ मजनुओं को सबक सिखा रही हैं. वहीं, दूसरी ओर स्कूल में जाकर छात्राओं को जागरूक कर रही हैं. साथ ही लड़कियों की हिम्मत बढ़ा रही है कि आज के मजनुओं से कैसे निपटना है. जनपद की बेटियों का हना है कि अब उन्हें कोई छेड़ेगा तो दीपिका दीदी आ जाएंगी. 


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देश मे बढ रही रेप को घटनाओं को लेकर यूपी का एंटी रोमियो स्कवॉड एक्टिव मोड में आ गया है. वहीं, एंटी रोमियो स्कवॉड अब नेताओं को भी पकड़कर पूछताछ करने से पीछे नही हट रहा है. ऐसे ही एक नेताजी बस्ती एंटी रोमियो स्कवॉड के चंगुल में आ गए. इसके बाद अगले ही दिन उनका नाम रोमियो की लिस्ट में वायरल हो गया. इस बात की जानकारी जैसे ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर अध्यक्ष हर्षित जायसवाल को हुई तो, उन्होंने एसपी से मिलकर एंटी रोमियो स्कवॉड की प्रभारी दीपिका पांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.


हर्षित जायसवाल ने बताया कि वह पॉलिटेक्निक के छात्र हैं और परीक्षा में शामिल होकर लौट रहे थे. तभी रास्ते में एंटी रोमियो स्कवॉड प्रभारी ने उनको रोका, सवाल पूछने शुरू कर दिए. इसका विरोध करने पर उन्होंने एक माफीनामा उनसे भरवाया और गाड़ी के कागज ना दिखाने पर उनका 151 में चालान भी कर दिया गया. हर्षित ने बताया कि उनकी बात को एंटी रोमियो प्रभारी ने नहीं सुना और जबरन उन्हें मजनू घोषित कर दिया गया. उन्हें इस बात की जानकारी अगले दिन उस वक्त हुई जब सोशल मीडिया में उनकी फोटो वायरल हुई. तब उन्हें पता लगा कि वह जिले में मजनू घोषित हो चुके हैं. 


वहीं, इस मामले को लेकर एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि एंटी रोमियो स्कवॉड प्रभारी अपनी टीम के साथ मिलकर छेड़खानी की घटना करने वाले लोगों पर कार्रवाई करती हैं. बस्ती एसपी हेमराज मीणा के नेतृत्व में कोतवाली और एंटी रोमियो टीम ने जिले भर मे सघन अभियान चलाया है. एंटी रोमियो टीम प्रभारी दीपिका पांडेय और सबइंस्पेक्टर निधि यादव ने चेकिंग के दौरान कई संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की. एंटी रोमियो स्कवॉड अब तक 1000 मजनुओं का माफीनामा भरवा चुकी है. स्कूल से छुट्टी होने के बाद एंटी रोमियो टीम द्वारा छात्राओं से भी बातचीत कर उन्हें पुलिस से कैसे मदद ले सहित हेल्पलाइन नंबरों के बारे में जानकारी दी गई.