Aakash ​Sharma/ Moradabad: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का और विवादों का पुराना नाता है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने एक बयान की वजह से फिर सुर्खियों में आ गए हैं. मुरादाबाद में हो रही हनुमान कथा में के पहले दिन ही उन्होंने मुरादाबाद का नाम बदलने की बात कही थी और अब उन्होंने कथा के दौरान वैज्ञानिकों को संदेश देते हुए कहा कि हनुमान जी देश के पहले एस्ट्रोनॉट यात्री अंतरिक्ष यात्री थे. कथा के दौरान ही उन्होंने कहा कि कहां पड़े हो चक्कर में कोई नहीं है टक्कर में. उन्होंने सनातन धर्म को दुनिया के सभी धर्मों से ज्यादा शक्तिशाली बताया और अन्य धर्मों के गुरुओं ऑपन चैलेंज तक दे डाला. आगे जानें क्या है वो चैलेंज?....


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खबर विस्तार से-
मुरादाबाद में हनुमान कथा के दौरान बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वैज्ञानिकों को संदेश दिया और कहा कि कहां पड़े हो चक्कर में कोई नहीं है टक्कर में. धीरेंद्र शास्त्री ने हनुमान जी को पहला अंतरिक्ष एस्ट्रोनॉट यात्री बताया. सनातन धर्म को लेकर धीरेंद्र शास्त्री ने सनातन धर्म पर बोलते हुए कहा कि सनातन की क्रांति को देखकर लग रहा है कि बाबर भी जय श्री राम बोलेगा. कुछ समय पहले तक सनातन धर्म को नीचा दिखाया जा रहा था और संतो को पाखंडी बताया जा रहा था. सनातन धर्म की शक्तियों को कमजोर बताकर चादर चढ़ाने की परंपरा को बहुत ज्यादा बढ़ावा दिया जा रहा था. 


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ओपन चैलेंज
मुरादाबाद में हनुमान कथा के मंच से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सनातन को छोड़ बाकी सभी मजहबों के धर्मगुरुओं को ओपन चैलेंज दे दिया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में सनातन धर्म की शक्तियों को छोड़कर दुनिया के किसी भी मजहब की या किसी मजहब के गुरु की ताकत नहीं की वो बागेश्वर धाम की शक्तियों का सामना कर ले, पूरी दुनिया में किसी भी मजहब का धर्म गुरु हमारा सामना नहीं कर सकता. अगर हम पेंट गिला न कर दें तो कहना. हम उसके बारे में इतना बताएंगे की वो अपनी लुगाई को मुंह नही दिखा पाएगा.  


मुरादाबाद का नाम बदलने की मांग
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हनुमान कथा के लिए मुरादाबाद आए हुए हैं. यहां 18 मार्च 2024 सोमवार को अपनी कथा के दौरान उन्होंने कहा कि जहां कालिका माता मंदिर हो, शिव महाराज का मंदिर हो, नीम करोली बाबा का मंदिर हो, गंगा जी जहां प्रकट हुई हों, ऐसे स्थान को मुरादाबाद कहने में इन मंदिरों की अवहेलना है. यहां का नाम बदलकर माधव नगर कर देना चाहिए. आगे वो कहते हैं कि 'भारत में इतने नाम बदले गए हैं. फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या हो गया, इलाहबाद प्रयागराज हो गया, तो मुरादाबाद को माधव नगर कर देना चाहिए. हम तो अपनी बात कहेंगे, लेकिन माधव नगर कहने से कई लोगों के पेट में दर्द हो जायेगा.'पत्रकारों पर चुटकी लेते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- ये मीडिया वाले ही दिखाएंगे कि बाबा ने विवादित बयान दे दिया, मुरादाबाद का नाम बदलने की मांग करदी.