नई दिल्ली: शाम को अक्सर हमें भूख लग जाती है. लेकिन हम इसे स्किप करने या दबाने की कोशिश करते हैं. लेकिन अगर सामने भेलपूरी या झालमूड़ी आ जाए, तो  रोक नहीं पाते हैं. भेलपूरी कहें या झालमुड़ी, गांवों में लंबे समय से स्नैक के तौर पर खाया जा रहा है. लेकिन बीते कुछ सालों में इसे जंक फूड (Junk Food) में गिना जाने लगा है. लेकिन जब आप भेल खाने के फायदे सुनेंगे, तो इसे डाइट में शामिल कर लेगें. 


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एनर्जी देने का अच्छा स्त्रोत
काम के दौरान अक्सर हमें   Instant एनर्जी की जरूरत होती है. इसके लिए हम चाय या कॉफी का रुख करते हैं. लेकिन भेल भी आपको एनर्जी देता है. खास बात है कि भेल में फैट भी कम होता है और बैड फैट की मात्रा काफी कम होती है. ऐसे में यह एनर्जी के साथ मोटापा नहीं बढ़ाती है. जानकारी के मुताबिक, 100 ग्राम मुरमुरे में 90 ग्राम कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है. 


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कंट्रोल करता है ब्लड प्रेशर
आज कल की सुपर फास्ट लाइफ में ब्लड प्रेशर एक कॉमन समस्या है. भेल खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है. क्योंकि मुरमुरे में सोडियम पाया जाता है,जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने में मदद करता है. 


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वजन कम करने में है फायदेमंद
डाइटिशन भी मुरमुरे को स्कैन या सपर में शामिल करने को कहते हैं. दरअसल, भेल काफी लाइट होता है. इसमें अगर सलाद की मात्रा बढ़ा दी जाए और नमकीम कम कर दिया जाए, तो यह एक अच्छा स्नैक है. भेल आपकी भूख को भी कंट्रोल करता है. 


पेट को रखता है दुरुस्त
मुरमुरे खाना से पेट भी सही रहता है. कब्ज की समस्या नहीं होती है और पाचन क्रिया ठीक तरीके से काम करती है. बात यू हैं कि मुरमुरे में फाइबर की मात्रा करीब 17 फीसदी होती है. फाइबर पाचन क्रिया को सुधारता है. इसके अलावा मुरमुरे में कई किस्म के फायदेमंद बैक्टीरिया भी होते हैं, जो कब्ज को दूर रखने में मदद करते हैं. 


दिमाग तेज करने का आता है काम
मुरमुरे में न्‍यूरोट्रांसमीटर जैसे पोष्‍क तत्‍व होते हैं. इसके सेवन से दिमाग की तांत्रिका उत्‍तेजित रहती हैं, जो याद रखने में मदद करती हैं. अपने बच्चे का दिमाग शॉर्प करने के मुरमुरा खिलाया जा सकता है. 


मजबूत हड्डी को लिए खाएं मुरमुरा
मुरमुरे में विटामिन डी, विटामिन बी 2 और विटामिन बी 1 पाया जाता है. इसके अलावा कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में होता है. ऐसे में कमजोर हड्डी वाले लोग रोज मुरमुरा खा सकते हैं. 


भेल बनाते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
अक्सर हम भेल बनाते वक्त मिर्च और तेल की मात्रा बढ़ा देते हैं. लेकिन इस बात का ख्याल रखें कि भेल में नमकीन, मिर्च और तेल को कम इस्तेमाल करना चाहिए. इसमें आप पनीर शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा सालद की मात्रा कई स्तर तक बढ़ाया जा सकता है. 


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