वाराणसी: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ जारी हिंसक प्रदर्शन भले थम गया हो, लेकिन छात्रों का इस कानून के खिलाफ विरोध अभी भी जारी है. आज बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) के दीक्षांत समारोह (Convocation Ceremony) में एक छात्र ने अपनी डिग्री लेने से इंकार दिया.


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BHU के 101वें दीक्षांत समारोह में आया छात्र नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई अपने साथियों की गिरफ्तारी से नाराज था. एमए हिस्ट्री ऑफ आर्ट के छात्र रजत सिंह ने डिग्री लेने से मना करते हुए कहा "हम ऐसे सभी सांप्रदायिक कानून का विरोध करते हैं, जो विघटनकारी है".


छात्र ने बताया कि 19 दिसंबर को CAA-NRC कानून का विरोध शांतिपूर्ण तरीके से कर रहे 70 लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया. जबकि वाराणसी के प्रदर्शन में किसी भी प्रकार की कोई हिंसा नहीं हुई थी. बावजूद इसके पुलिस ने बीएचयू के छात्रों को डराने के लिए फर्जी मुकदमें लगाए.


छात्र ने कहा कि आज उन छात्रों को भी दीक्षांत समारोह में शामिल होना था, अपनी डिग्री लेनी थी, लेकिन वो पुलिस की गिरफ्त में हैं. विश्वविद्यालय का भी उनसे कोई मतलब नहीं है, इसलिए मैंने भी अपनी डिग्री नहीं ली है.