Vivek Tripathi/ Lucknow: यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा 17 और 18 जनवरी 2024 को पूरे उत्तर प्रदेश में होनी है. इसको लेकर बड़ी सनसनीखेज खबर सामने आई है. दरअसल इस परीक्षा से मात्र एक दिन पहले शुक्रवार 16 जनवरी को यूपी STF ने पेपर लीक करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. एसटीएफ ने झांसी से इस गिरोह के 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में यूपी पुलिस ने वाराणसी से भी दो लोगों को गिरफ्तार किया है. जानें पूरे प्रदेश में कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया?....


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गाजीपुर 
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए जनपद गाजीपुर में 45 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी. परीक्षा को लेकर प्रशासन पूरी तैयारी करने का दावा कर रही है. वहीं, पेपर आउट करने वाले गिरोह भी इस परीक्षा को लेकर सक्रिय हो गए हैं. इसके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 8 गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 21 लाख रुपए का चेक और 6 लाख रुपए नगद बरामद हुए हैं. गिरफ्तार व्यक्तियों में दो कोस्ट गार्ड पोरबंदर और एक आर्मी का जवान अलवर राजस्थान में तैनात है. इन्हें भी पुलिस गिरफ्तार ने किया है.


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कौशांबी
कौशांबी जिले में एसओजी और साइबर टीम ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो विभिन्न प्रतोयोगी परीक्षाओं में पास कराने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से लाखों रुपये की ठगी किया करते थे. पुलिस ने मुन्ना भाई गैंग के मुख्य सरगना आयुष पांडेय, पुनीत सिंह और नवीन सिंह को गिरफ्तार किया है. आयुष पांडेय और नवीन मऊ जिले का रहने वाला है, जबकि पुनीत भदोही जिले का रहने वाला है. पुलिस ने इनके कब्जे से 8 लाख 84 हजार रुपये कैश, एक बलेनो कार, 2 लैपटॉप, एडमिट कार्ड और कूटरचित दस्तावेज बरामद किया है.


वाराणसी 
यूपी पुलिस और एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इस दोनों लोगों के द्वारा पेपर लीक करवाने का प्रयास किया जा रहा था. STF ने प्रिंस कुशवाहा और विजय कुमार को गिरफ्तार किया है. हालांकि पेपर लीक गैंग का सरगना वंशराज पुलिक की पकड़ के भागने में कामयाब हो गया. दोनों आरोपियों को झांसी से STF की नॉएडा यूनिट ने गिरफ्तार किया. 


ये था पूरा प्लान
पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार परीक्षा के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का सरगना वंशराज सिंह कुशवाहा अपने गैंग के सदस्यों के साथ वाराणसी एवं आस-पास के जनपदों में अभ्यर्थियों से सम्पर्क करने हेतु सक्रिय था. गैंग सरगना द्वारा अपने साथियों के माध्यम से कतिपय अभ्यर्थियों से सम्पर्क कर परीक्षा उत्तीर्ण कराने के नाम पर  प्रति अभ्यर्थी से लगभग 10-10 लाख रूपया तय किया गया था. इन लोगों द्वारा अभ्यर्थियों से एडवान्स के तौर पर 50-50 हजार रूपये, मूल शैक्षणिक प्रमाणपत्र, प्रवेशपत्र, हस्ताक्षरयुक्त सादा बैंक चेक एवं सादा स्टैम्प पेपर पूर्व में ले लिया गया था. वंशराज सिंह कुशवाहा द्वारा अपने गैंग के सदस्यों के माध्यम से दिनांक 15-02-2024 को कतिपय अभ्यर्थियों को बक्सर (बिहार) उ0प्र0 पुलिस की उक्त परीक्षा का प्रश्नपत्र (फर्जी/काल्पनिक प्रश्नपत्र) सॉल्व कराये जाने के नाम पर बुलाया गया था, परन्तु वंशराज सिंह कुशवाहा बक्सर (बिहार) में इनसे मिलने नहीं आया और इन्हें फोन कर दिनांक 16-02-2024 को सभी संबंधित अभ्यर्थियों को थाना सारनाथ क्षेत्रान्तर्गत सिंहपुर के पास रिंगरोड अण्डरपास के पास मिलने के लिये बुलाया. वंशराज सिंह कुशवाहा द्वारा पूर्व नियोजित योजना के तहत रिंगरोड अण्डरपास सिंहपुर के पास अपने 02 साथियों के साथ मौजूद था. इन लोगों द्वारा 08 अभ्यर्थियों को बुला लिया गया था तथा कुछ अभ्यर्थियों का इन्तजार किया जा रहा था कि इसी दौरान एस0टी0एफ0 वाराणसी टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर उक्त अभियुक्तगण को गिरफ्तार कर लिया गया, परन्तु वंशराज सिंह कुशवाहा भीड का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया.