मोहित गोमत/बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश में वाहनों पर जाति सूचक शब्दों के इस्तेमाल को लेकर योगी सरकार ने आदेश दिया था कि गाड़ियों पर राजपूत, ब्राह्मण, यादव, जाट, क्षत्रिय जैसे जाति सूचक शब्द लिखवाने पर गाड़ी के मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. शासन के आदेश के बाद से गाड़ियों से तो जातियां हटने लगीं, लेकिन अब जूतों की ब्रांड के रूप में फिर से सामने आई हैं. दरअसल, राज्य के बुलंदशहर में वाहनों के बाद अब जूतों पर जातियों का रंग देखने को मिल रहा है. यहां पर एक दुकानदार के पास 'ठाकुर' ब्रांड के जूते मिले हैं. फिलहाल जूते के विक्रेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस कार्रवाई में जुट गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: ताजमहल परिसर में घुसे हिंदूवादी नेता, जय श्रीराम बोलकर लहरा दिया भगवा झंडा


जूते के सोल पर लिखा था ठाकुर
मामला बुलंदशहर के गुलावठी थाना क्षेत्र का है, जहां एक युवक ने सड़क किनारे लगी इस दुकान पर रखे जूतों पर ध्यान दिया तो उनके सोल पर ठाकुर लिखा हुआ था. युवक ने इस बात का विरोध दुकानदार से किया, जिस पर दुकान वाले ने कहा कि वह जूते बनाता नहीं, बल्कि कहीं न कहीं से लेकर ही आता है. इसके बाद युवक ने जूता विक्रेता के खिलाफ FIR दर्ज कराई. 


ये भी पढ़ें: अब आप भी शामिल हो सकते हैं रामलला की संध्या आरती में, ट्रस्ट की तरफ से प्रसाद भी होगा नि:शुल्क


वाहन पर जातिसूचक शब्द लिखवाने का पहला केस 
बता दें, बीते 27 दिसंबर 2020 को प्रदेश के अपर परिवहन आयुक्त ने आदेश दिया था कि कि जिन वाहनों पर जाति सूचक शब्द पाए गए, उनके खिलाफ अभियान चलाते हुए उनकी बाइक और कार जब्त कर ली जाएगी. इस नए नियम के तहत 27 दिसंबर को ही लखनऊ में 'सक्सेनी जी' के खिलाफ पहला चालान काटा गया था.


WATCH LIVE TV