उत्तराखंड:  चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या 15 दिनों में ही 10 लाख का रिकॉर्ड पार कर चुकी है. उधर, हरिद्वार में फंसे तीर्थयात्रियों के लिए खुशखबरी है कि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है. इतनी बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं के पहुंचने के बीच अब तक 52 लोगों की मौत हार्ट अटैक और अन्य मौसम संबंधी परेशानियों के चलते हो चुकी है.


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स्वास्थ्य का ध्यान 
अब तक बदरीनाथ में 14, केदारनाथ में 23, गंगोत्री में 03 और यमुनोत्री में 12 श्रद्धालुओं की जान गई है. इनमें से अधिकत्तर लोगों की मौत सीने में दर्द, बेचैनी और दिल का दौरा पड़ने से हुई है. जिस वजह से डॉक्टर भी श्रद्धालुओं को बार-बार कहा रहे है कि वो अपने स्वास्थ्य को देख कर ही यात्रा करे. बहुत से श्रद्धालु अपने स्वास्थ्य की पूरी जानकारी नहीं दे रहे है. 


श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
बता दें कि चारधाम यात्रा के लिए एक सप्ताह से रुके लोगों को यात्रा पर भेजा जा रहा हैं. चारों धामों में यात्रा सुचारू रूप से चल रही है ताकि व्यवस्थाओं को और बेहतर करा जा सके. जैसा की आप जानते है, कि चारधाम यात्रा 10 मई को शुरू हुई. वहीं 23 मई तक चारों धामों में कुल 9,67,302 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. यमुनोत्री धाम में 1,79,932 , गंगोत्री धाम में 1,66,191 , श्री केदारनाथ में 4,24,242 और बदरीनाथ धाम में 1,96,937 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये हैं. 


श्रद्धालुओं की संख्या 
चारधाम यात्रा के शुरूआती दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हई जिस वजह से ट्रैफिक की समस्याएं आई. यह देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कुछ दिनों के लिए श्रद्धालुओं को हरिद्वार में ही थहरा दिया और उन्हें वहा रोकने की व्यवस्था की. जिसके बाद अब चारधाम यात्रा के लिए एक सप्ताह से रुके लोगों को यात्रा पर भेजा जा रहा हैं.