Azamgarh News/ Vedendra Pratap Sharma: जिस भारत में श्रवण जैसे पुत्र की मिसाल दी जाती है वहीं के आजमगढ़ में एक बुजुर्ग दंपति अपने बेटे और बहू की वजह से भूखे मरने की नौबत पर आ पहुंचे. बुजुर्ग दंपति ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाते हुए अपने चार पुत्रों में से एक पुत्र के साथ उसकी पत्नी व अपने पौत्र पर हिब्बानामा लिखवाकर ज़मीन बेच देने और सारे पैसे भी खाते से निकाल लेने का आरोप लगाया है. जिसे लेकर वृद्ध दंपति जिले के महुला चौकी व रौनापार थाने पर 15 दिनों तक चक्कर लगाते रहे. अंत में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर वृद्ध दंपति के बेटे-बहु के साथ पौत्र के खिलाफ रौनापार थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज़ कर लिया.


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धोखे से करवाया हिब्बानामा
आपको बता दें कि पीड़ित आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र में गांव सहनूपुर निवासी हैं. 75 वर्षीय रामवृक्ष के चार पुत्र हैं, इनमें से एक पुत्र की मृत्यु हो चुकी है. बाकी 3 पुत्र अपने परिवार के साथ बाहर रहते हैं.उन्होंने पुलिस अधीक्षक को बताया कि पिछले 15 सालों से उनका कोई भी पुत्र उनकी देखभाल के नहीं आया था. पर एक दिन अचानक उनका एक पुत्र वीरेंद्र आया और वृद्ध दंपती के नाम दर्ज़ जमीन को अपने नाम हिब्बानामा  (दान के रूप में) करा लिया. और उस जमीन को 9 लाख रुपये में बेच भी दिया. हालांकि पैसा बुजुर्ग पिता के खाते में ही आया था, लेकिन फर्जीवाड़ा कर विरेंद्र, उसकी पत्नी गायत्री व पौत्र नितिन ने वह पैसा भी निकाल लिया.


कई काम कर पाला पेट
पुत्र द्वारा इस धोखाधड़ी के बाद से बुजुर्ग दंपति के भूखे रहने के हालात उत्पन्न हो गए थे. इस भुखमरी से निपटने के लिए रामवृक्ष ने कभी बर्फ बेचकर तो कभी पंचर लगा कर गुजारा किया.


पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मुकदमा दर्ज़
अपनी शिकायत को लेकर दंपति कई बार महुला चौकी गए , लेकिन चौकी प्रभारी उन्हें टहलाते रहे. जब रौनापार थाने में भी शिकायत करने पर कोई हल नहीं निकला तो बुजुर्ग दंपति मजबूर होकर एसपी कार्यालय पहुंचकर इंसाफ के लिए गुहार लगाई. एसपी के आदेश पर रौनापार थाने की पुलिस ने अपराध संख्या 127/24 धारा 406, 420 के तहत मुकदमा दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी है.


 


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