लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अब कोरोना टेस्ट में आरटीपीसीआर जांच की हिस्सेदारी बढ़ाकर 70 फीसदी की जाएगी. सिर्फ 30 फीसदी जांच रैपिड एंटीजेन किट के जरिए होगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के साथ बैठक में यह निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्राइवेट अस्पतालों को भी तत्काल प्रभाव से डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में तब्दील किया जाए.


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50 फीसदी एंबुलेंस को कोविड कार्य में लगाने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में अधिकारियों के कोविड पॉजिटिव होने की सूचना शासन को देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के साथ हमें पूरी तैयारी के साथ मजबूती से लड़ना होगा. इस संघर्ष में लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक दशा में राज्य में संचालित एंबुलेंस में 50 प्रतिशत को कोविड कार्य से सम्बद्ध किया जाए. साथ ही उन्होंने इस महामारी से संबंधित किसी भी प्रकार की फेक न्यूज का तत्काल खंडन करने की बात अधिकारियों से कही.


कैबिनेट के साथ बैठक करेंगे मुख्यमंत्री योगी
इससे पहले कोरोना संक्रमण की बड़ी चुनौती से निपटने में सबकी राय लेकर काम करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाकर विपक्षी दलों के नेताओं से उनके विचार जाने. मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने सभी मंत्रियों की बैठक बुलाई है. इसमें अलग-अलग जिलों में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए रणनीति बनेगी. साथ ही मुख्यमंत्री अपने सहयोगी मंत्रियों के साथ विपक्ष की राय को साझा करेंगे.


लखनऊ में सामने आए रिकॉर्ड कोविड मरीज
आपको बता दें कि रविवार को उत्तर प्रदेश में 15,353 नए कोरोना संक्रमित सामने आए और 67 की मौत हुई. इनमें 31 मौतें अकेले राजधानी लखनऊ में हुईं. लखनऊ में रविवार को 4444 नए कोविड मरीज सामने आए. यह एक दिन में अब तक का सर्वाधिक मामला है. राज्य में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 71,241 हो गई है. यूपी में अब तक कुल 3,67,61,069 सैम्पल की जांच की गई. कुल 6,11,622 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं.


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