महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने पर बोले CM योगी- इसे खत्म करने के लिए जड़ पर करना होगा प्रहार
सीएम योगी ने महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के सम्बन्ध में एक अभियान संचालित किए जाने के निर्देश दिए हैं.
पवन सेंगर/लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही महिला अपराध की घटनाओं पर आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं के प्रति अपराध की जड़ पर प्रहार किए जाने की जरूरत है. सीएम योगी ने महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के सम्बन्ध में एक अभियान संचालित किए जाने के निर्देश दिए हैं.
सीएम योगी ने कहा कि यह अभियान आगामी शारदीय नवरात्रि से लेकर बासंतिक नवरात्रि तक निरन्तर चलाया जाए. अभियान के पहले चरण में महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के सम्बन्ध में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. दूसरे चरण में अभियान को ऑपरेशन के रूप में संचालित किया जाए. इस दौरान महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के प्रकरणों के सम्बन्ध में प्रवर्तन कार्यवाई की जाए.
12 अक्टूबर तक पेश करे अभियान की रूपरेखा
सीएम योगी ने यह निर्देश अपने सरकारी आवास पर महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के सम्बन्ध में गृह विभाग के एक प्रस्तुतीकरण के अवसर पर दिए. उन्होंने कहा कि अभियान से सम्बन्धित सभी विभाग 12 अक्टूबर की शाम तक अपने द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर प्रस्तुत करें.
प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने विमेन पावर लाइन ‘1090’ तथा सेफ सिटी परियोजना के अन्तर्गत सम्पादित कार्यों के सम्बन्ध में भी जानकारी प्राप्त की. उन्होंने कहा कि ‘1090’ की कार्यवाही को और प्रभावी बनाया जाए तथा महिला और बालिका की संतुष्टि तक प्रकरण की मॉनीटरिंग की जाए.
लोगो और नाम का दिया सीएम ने सुझाव
सीएम योगी ने ये भी कहा कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण अभियान का एक सर्वस्वीकार्य नामकरण किया जाए साथ ही, ‘लोगो’ भी तैयार किया जाए. उन्होंने पहले चरण में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम के लिए ‘मिशन शक्ति’ तथा प्रवर्तन कार्यवाही सम्बन्धी द्वितीय चरण के लिए ‘ऑपरेशन शक्ति’ नाम का सुझाव दिया.
महिला सुरक्षा के लिए जागरूकता वाली लघु फ़िल्म और नुक्कड़ नाटक का ले सहारा
मुख्यमंत्री ने कहा कि शारदीय नवरात्रि के दौरान पूजा पण्डालों और रामलीला स्थलों पर कन्या भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति हिंसा आदि अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के सम्बन्ध में जागरूकता सृजित करने वाली लघु फिल्मों और नुक्कड़ नाटकों आदि का प्रदर्शन किया जाए.
यह माध्यम व्यापक जागरूकता में बड़ी भूमिका निभा सकता है. अभियान के साथ विभिन्न इच्छुक स्वयंसेवी, व्यावसायिक, संगठनों और संस्थाओं को भी जोड़ा जाए. संवाद बनाकर अधिकाधिक संस्थाओं को जोड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से ही जन आन्दोलन बनता है. इसके दृष्टिगत व्यापक जनसहभागिता के प्रयास किए जाने चाहिए.
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