Churu News: डिजिटल वर्ल्ड में सक्रिय हो रही हैं चूरू की महिलाएं, बढ़चढ़कर सीख रहीं चैट जीपीटी
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2537372

Churu News: डिजिटल वर्ल्ड में सक्रिय हो रही हैं चूरू की महिलाएं, बढ़चढ़कर सीख रहीं चैट जीपीटी

Churu News: अब चूरू की महिलाओं के साथ कोई ऑनलाइन फ्रॉड नहीं कर सकेगा. कभी चूल्हे-चौके और खेत-खलिहान तक सीमित रहने वाली चूरू जिले की ग्रामीण महिलाएं अब मोबाइल पर चैट जीपीटी और एआई का उपयोग सीख रही हैं.

Churu News: डिजिटल वर्ल्ड में सक्रिय हो रही हैं चूरू की महिलाएं, बढ़चढ़कर सीख रहीं चैट जीपीटी
Churu News: अब चूरू की महिलाओं के साथ कोई ऑनलाइन फ्रॉड नहीं कर सकेगा. कभी चूल्हे-चौके और खेत-खलिहान तक सीमित रहने वाली चूरू जिले की ग्रामीण महिलाएं अब मोबाइल पर चैट जीपीटी और एआई का उपयोग सीख रही हैं. इसके अलावा वे सोशल मीडिया, इंटरनेट, डिजिटल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग व बुकिंग, साइबर सुरक्षा आदि का ज्ञान ले रही हैं. यह जानकारी न केवल उनके घरेलू जीवन को बेहतर बना रही है अपितु राजीविका के जरिए की जा रही उनकी आयपरक गतिविधियों में भी उनका लाभ मिल रहा है.
 
जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने बताया कि चूरू में करीब 1 लाख ग्रामीण महिलाओं को 7 दिन में इंटरनेट, डिजिटल पेमेंट व साइबर सुरक्षा की जानकारी देने की शुरूआत कर चूरू प्रशासन ने नवाचार किया है. इस प्रशिक्षण के तहत पहले 5 गांव से इसकी शुरुआत की गई है. जिले में अब महिलाओं को डिजिटल रूप से सशक्त किया जाएगा, इसमें ग्रामीण क्षेत्र की मोबाइल प्राप्त करने वाली महिलाओं से शुरुआत की जा रही है. इसके बाद ग्रामीण क्षेत्र की राजीविका से जुड़ी करीब एक लाख महिलाओं को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा, इसके बाद जो ग्रामीण महिला सीखना चाहेगी उसे  प्रशिक्षित किया जाएगा.
 
चूरू जिले में यह नवाचार कंप्यूटर सखी को अपडेट कर डिजिटल सखी 2.0 की कार्य योजना तैयार करी गई है. इसके लिए एक समिति का गठन भी किया गया है, जिसकी अध्यक्ष दुर्गा ढाका को बनाया गया है. डिजिटल  सखी 2.0 के जरिए महिलाओं को 7 दिन तक एक-एक घंटे का मोबाइल प्रशिक्षण दिया जाएगा, पहले दिन बुनियादी मोबाइल उपयोग की जानकारी दी जाएगी, इसी तरह 6 दिन तक महिलाओं को इंटरनेट उपयोग सोशल मीडिया, डिजिटल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, वेब बुकिंग, साइबर सुरक्षा आदि की जानकारी दी जा रही है.
 
सातवें दिन रिवीजन फीडबैक के साथ महिलाओं के प्रशिक्षण का मूल्यांकन होगा. इस अभियान के जरिए महिलाओं को मोबाइल के जरिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे वह मोबाइल के जरिए ऑनलाइन व इंटरनेट से जुड़े सभी प्रकार के काम आसानी से कर पाएगी. इसके साथ ही महिलाएं साइबर क्राइम से भी बच सकेगी. इसको लेकर 7 दिन की कार्य योजना तैयार की गई है और शुरूआत हो गई है. मास्टर ट्रेनर महिलाओं को प्रशिक्षित करेगी और इसमें 25 महिलाओं का बैच तैयार किया जाएगा.
 
एसीईओ दुर्गा ढाका ने बताया कि डिजिटल सखी के तहत प्रत्येक ग्रामीण स्तर पर महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसकी शुरुआत चूरू ब्लॉक के पांच गांव से की गई है. इसके लिए पहले 5 गांव की महिलाओं को मास्टर ट्रेनिंग का प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के बाद मास्टर ट्रेनर महिला गांव की चयनित महिलाओं को प्रशिक्षित कर रही है. इसके लिए 25 महिलाओं का बैच बनाया गया है.
 
राजीविका डीपीएम दुर्गा देवी ढाका के मुताबिक, राजीविका द्वारा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी  महिलाओं तथा अन्य इच्छुक महिलाओं को डिजिटल सखी 2.0 में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रथम चरण में चूरू ब्लॉक के 5 गांवों घण्टेल, थैलासर, जसरासर, डाबला, रिड़खला में महिलाओं को यह प्रशिक्षण दिया गया है. धीरे-धीरे संपूर्ण जिले की महिलाओं को इसमें कवर किया जाएगा. प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं में अनोखा आत्मविश्वास देखा जा रहा है.
 
वे बताती हैं कि सामान्यतः ग्रामीण महिलाओं के पास मोबाइल तो है, लेकिन उसका कोई सार्थक उपयोग जानकारी के अभाव में महिलाएं नहीं कर पा रही हैं. इसी के मध्येनजर जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने यह सोचा कि यदि इन महिलाओं को मोबाइल के जरिए उपयोगी जानकारी दी जाए तो इनके जीवन में बदलाव लाया जा सकता है.
 
घंटेल गांव में प्रशिक्षण दे रही बाला कहती हैं कि साइबर फ्रॉड के बारे में जानकारी महिलाओं के लिए काफी उपयोगी साबित होगी. फोन पे चलाना भी सिखाया है. फोन पर उपयोगी जानकारी सर्च करना महिलाओं के लिए काफी उपयोगी साबित हो भी रहा है. चैट जीपीटी जैसे अत्याधुनिक फीचर्स का उपयोग ये महिलाएं कर रही हैं, यह अपने आप में बड़ी बात है। राजीविका से जुड़ी अधिकांश महिलाएं पहले से ही किसी न किसी आयपरक गतिविधि से जुड़ी हैं. 
 
ऐसे में ऑनलाइन लेन-देन की जानकारी इनके लिए काफी उपयोगी साबित होगी। मोबाइल ट्रेनिंग के बाद इन महिलाओं का आत्मविश्वास बहुत बढ़ गया है. ग्रामीण महिलाओं के लिए डिजायन किए गए सात दिनों के पाठ्यक्रम में बुनियादी मोबाईल उपयोग जैसे मोबाईल ऑन ऑफ करना से लेकर मोबाईल में नम्बर सेव करना, संदेश भेजना, फोटो खींचना, वीडियो बनाना सिखाया जा रहा है. साथ ही इन्टरनेट के उपयोग में न्यू एप्लीकेशन इन्स्टॉल करना, शिक्षा एवं ज्ञान को बढ़ावा देने वाले एप्स, गूगल सर्च की जानकारी दी जा रही है.
 
सोशल मीडिया अंतर्गत यू-ट्यूब चलाना एवं उपयोगी वीडियो के बारे में जानकारी, व्हाट्सअप (फोटो, सम्पर्क नम्बर, पीडीएफ, वॉइस मैसेज, फाईल एवं लोकेशन भेजना, स्टेटस लगाना और देखना, ग्रुप बनाना), फोन पे, गूगल पे आदि से डिजीटल पेमेन्ट, ऑनलाईन शॉपिंग एवं बुकिंग के बारे में जानकारी दी जा रही है. साथ ही साइबर सुरक्षा, डिजिटल फ्रॉड के बारे में बताया जा रहा है. सरकारी विभागों एवं योजनाओं से सम्बन्धित सभी तरह के एप डाउनलोड करवाना एवं उनका उपयोग करना सिखाया जा रहा है. इसके अलावा आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस, विभिन्न एआई एप,  ई-मेल आदि के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है.

Trending news