लखनऊ: राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते केसों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जाहिर की है. साथ ही अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक में लखनऊ के जिलाधिकारी और सीएमओ को जमकर फटकार लगाई है.


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लखनऊ की कोरोना रिपोर्ट को लेकर रविवार शाम 7बजे बुलाई गई बैठक में सीएम योगी अधिकारियों पर बिफर गए और किसी भी हालत में लापरवाही न बरतने की हिदायत दी. साथ ही उन्होंने लखनऊ में सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि 15 मिनट में कोरोना पॉजिटिव मरीज के पास एम्बुलेंस पहुंचने का मैसेज पहुंचे. 


सीएम योगी ने निर्देशित किया कि लखनऊ में ऐसा मॉडल प्रस्तुत किया जाए जो पूरे प्रदेश में लागू किया जा सके. उन्होंने कहा कि लखनऊ में 4 थानों में सम्पूर्ण लॉकडाउन के परिणाम को देखते हुए आगे फैसला लिया जाएगा.


सीएम योगी के अधिकारियों को निर्देश
सीएम योगी ने डीजी हेल्थ की तत्काल नियुक्ति के लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं. साथ ही सीएम योगी ने कहा कि मरीज की स्थिति के अनुसार उसे लखनऊ के RML,SGPGI, KGMU और L-1, L-2 और L-3 अस्पतालों में भर्ती किया जाए. साथ ही लोकबन्धु अस्पताल में कोविड बेड बढ़ाकर 200 किए जाएं. सीएम योगी ने सिविल, लोकबन्धु , बलरामपुर और राम मनोहर लोहिया अस्पताल के प्रभारी चिकित्सकों से भी स्थिति की जानकारी ली और कोविड -19 के उपचार के सम्बन्ध में एक एसओपी विकसित करने के लिए कहा.


सीएम योगी ने कहा कि शनिवार और रविवार को व्यापक स्तर पर स्वच्छता, सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जाए. साथ ही सभी सरकारी कार्यालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की जाए. कोविड -19 के सम्बन्ध में शासन द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन सुनिश्चित हो.


कोरोना संदिग्ध मरीज का रैपिड एण्टीजेन टेस्ट हो और संक्रमित मरीज को उसकी स्थिति के अनुसार एल -1, एल -2 तथा एल -3 अस्पतालों में भेजा जाए.  कंटेनमेंट जोन के सम्बन्ध में पूरी सतर्कता व सख्ती बरती जाए. आईएमए और नर्सिंग एसोसिएशन के साथ जिला प्रशासन की हर हफ्ते बैठक हो.