नवीन पांडेय/वाराणसी: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के वाराणसी आगमन के दौरान कांग्रेस की महिला नेत्री और उनके पति को विरोध करना महंगा पड़ गया. अब कांग्रेस ने नोटिस भेजकर एक सप्ताह में जवाब मांगा है.


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दरअसल, प्रियंका गांधी के आगमन के दौरान कांग्रेस नेत्री स्वेता राय और उनके पति विनय शंकर राय को उनसे मिलने से मना कर दिया गया था. जिस पर दोनों ने जमकर बवाल काटा था. जिसके बाद अब उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति ने नोटिस भेजा है.


नोटिस में लिखा है कि सार्वजनिक तौर पर नेतृत्व का विरोध करने के साथ-साथ कांग्रेस विरोधी अवांछनीय और अनर्गल टिप्पणी भी की गई. इससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है. आपके ये कृत्य घोर अनुशासनहीनता की परिधि में आते हैं. जिसको लेकर एक सप्ताह के अंदर स्पष्टिकरण मांगा है और साथ ही पूछा गया है कि आप के खिलाफ क्यों न अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए.


बता दें कि 10 जनवरी को प्रियंका गांधी वाड्रा का वाराणसी दौरा था. वो यहां CAA और NRC के विरोध प्रदर्शन के दौरान जेल गए लोगों से मिलने पंचगंगा स्थित श्री मठ में पहुंची थी. यहां, कांग्रेस नेत्री स्वेता राय और उनके पति विनय शंकर राय को नहीं मिलने दिया जा रहा था. तब महिला नेत्री ने इसका खुलकर विरोध करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस के उच्च पद पर बैठे नेता जमीनी कार्यकर्ताओं को प्रियंका गांधी से नहीं मिलवाना चाहते हैं. जिससे कांग्रेस के ये हालात हैं. महिला नेत्री श्वेता राय ने प्रियंका गांधी से नहीं मिलने पर कांग्रेस छोड़ने तक की बात कही थी.


गौरतलब है कि विनय शंकर राय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय सह संयोजक के पद पर हैं. वहीं, स्वेता राय 2004 से कांग्रेस से जुड़ी हुई हैं. पिछले दिनों हुए किसानों के आंदोलन में भी विनय शंकर राय और स्वेता राय ने अहम भूमिका निभाई थी.