प्रदीप तिवारी/गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल इलाके में कोरोना तेज़ी से पांव पसार रहा है. गोरखपुर मंडल के कमिश्‍नर जयंत नार्लिकर ने बताया कि गोरखपुर मंडल में अब तक कुल 61 पॉजिटिव केस आए हैं, जबकि 4 मौतों की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य महकमा हालात गंभीर होने के बाद से अलर्ट पर है.


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बाहर से आए लोगों ने बढ़ाई मुसीबत
गोरखपुर मंडल के कमिश्‍नर ने बताया कि कमिश्‍नरी में संक्रमण ज्यादातर बाहर से आए हुए लोगों से बढ़ा है. उन्होंने तैयारी पर बात करते हुए कहा कि कमिश्नरी में 2000 बेड तैयार कर लिए हैं और चिकित्सीय के साथ-साथ मानवीय और चिकित्‍सीय संसाधनों को पूरा करने के लिए भी तैयारी हो चुकी है.


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कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने बताया कि लेटेस्‍ट रिपोर्ट में 15 लोगों को डिस्‍चार्ज किया जा चुका है. 61 मरीज अभी गोरखपुर मंडल के हैं. उन्‍होंने बताया कि वे रेलवे अस्‍पताल को भी कोविड पेशेंट के लिए खोलने जा रहे हैं. कम रिस्क वाले केस को रेलवे अस्‍पताल में रखेंगे जबकि क्रिटिकल केसेज को बीआरडी में रखा जाएगा.  मौत के आंकड़े पर बात करते हुए उन्होंने 4 मौतों की पुष्टि करत हुए कहा कि 3 केस ब्रॉड डेथ के हैं. ऐसे में उनके साथ आने वाले लोगों का भी कोरोना टेस्ट किया जाता है.


ग्रामीण इलाकों में संयम जरूरी
कमिश्नर जयंत नार्लिकर के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का अपने घरों में रहना बेहद जरूरी है. जब तक कोई आवश्यक काम न हो लोग घरों से बाहर न निकलें. उन्होंने चारों जिलों में स्क्रीनिंग और अगले 3 हफ्तों तक अनुशासित रहने की बात कही. हालांकि गोरखपुर में भी आवश्यक सेवाओं और वस्तुओं की दुकानें खुल चुकी हैं, लेकिन सतर्कता ही कोरोना से बचाव कर सकता है.


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