नई दिल्ली: केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने गंगा में कानपुर से फतेहपुर के बीच औद्योगिक कचरा प्रवाहित करने की मात्रा में लगातार बढ़ोतरी के लिये उत्तर प्रदेश सरकार के संबद्ध अधिकारियों को फटकार लगाते हुए समयबद्ध तरीके से स्थिति को नियंत्रित करने का निर्देश दिया है. सीपीसीबी के अध्यक्ष एसपीएस परिहार ने इस मामले में उसके पूर्व आदेशों का पालन नहीं होने पर नाराजगी जताते हुये उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी कर संबद्ध विभागीय अधिकारियों के साथ सामंजस्य कायम कर इस क्षेत्र में नदी में साफ पानी की जरूरी मात्रा का प्रवाह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. 


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सीपीसीबी ने बोर्ड को इस दिशा में किये गये कामों की रिपोर्ट भी 15 जून तक पेश करने को कहा है. उल्लेखनीय है कि कानपुर से फतेहपुर के बीच गंगा नदी में सीवर और औद्योगिक कचरे का प्रवाह बरकरार रहने की शिकायत पर बोर्ड ने नोटिस जारी कर आदेश का पालन सुनिश्चित करने को कहा है. परिहार ने कहा कि कानपुर से आगे बिठूर से फतेहपुर के बीच औद्योगिक कचरा और सीवर का सीधे नदी में प्रवाह इस बात का सबूत है कि बोर्ड के पूर्व आदेशों को अमल में नहीं लाया गया है. नदी को साफ करने की महत्वाकांक्षी योजना का हवाला देते हुये उन्होंने राज्य बोर्ड और अन्य प्राधिकारियों को तत्काल नदी में गंदगी का प्रवाह बंद करने का सख्ती से पालन करने को कहा है.