विनीत अग्रवाल.अमरोहा: देश में सोमवार को जहां लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के चौथे चरण के मतदान को लेकर पारा गर्म हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के अमरोहा में भी देर रात से हाई प्रोफाईल ड्रामा चल रहा हैं. हाई प्रोफाइल ड्रामे में क्रिकेटर मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां (Hasin Jahan) को शांति भंग करने की धाराओं में जमानत तक करानी पड़ी. लेकिन हसीन जहां का कहना है कि वह हार नहीं मानेगी और अपनी लड़ाई जारी रखेंगी.


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दरअसल, पिछले एक साल से जनपद अमरोहा का सहसपुर अलीनगर गांव सुर्खियों में बना हुआ है. भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों के चलते के बार सहसपुर अलीनगर में हंगामे जैसी स्तिथि बन चुकी है. कुछ ऐसा रविवार की देर रात भी हुआ जब शमी की पत्नी हसीन जहां अपनी बच्ची और एक आया के साथ वहां पहुंच गई. इसके बाद हाई प्रोफाइल ड्रामा शुरू हो गया. शमी के परिजनों ने हसीन के घर में घुसने के पर नाराजगी जाहिर की और पुलिस बुला ली. 


घंटों चलता रहा हंगामा
घंटों हंगामा चलता रहा. सूचना पर पहुंची डिडौली कोतवाली पुलिस ने काफी देर तक दोनों पक्षो में समझौता कराने की कोशिश की पर जब कोई नतीजा नहीं निकला तो दिवाली कोतवाली पुलिस महिला थाने की पुलिस को बुलाकर जबरन रात के 12:00 बजे हसीन जहां को अपने साथ ले आए और जिला अस्पताल में ले जाकर एक कमरे में बंद कर दिया. देर रात से सुबह तक हसीन जहां ने मीडिया के सामने अमरोहा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसे बच्ची के साथ 20-25 पुलिस वालों ने कई घंटे बंधक बना रखा है. 


हसीन जहां ने आरोप लगाते हुए कहा, "उन लोगों को भूखे प्यासे रखा जा रहा है और इस देश का कानून भी कैसा हैँ जो ऐसे गलत व्यक्ति को अर्जुन अवार्ड से सम्मनित कर रहा है जो अपने परिवार का दोषी है."  इस हाई प्रोफाइल घटनाक्रम पर अमरोहा जनपद के कोई भी पुलिस अधिकारी कैमरे पर जवाब देने को तैयार नहीं है. 


 



मोहम्मद शमी के परिजनों द्वारा हसीन जहां के खिलाफ शांति भंग करने की धाराओं में डिडौली कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कराया गया था जिसके बाद रातभर अस्पताल में रखने के बाद डिडौली कोतवाली पुलिस और महिला थाने की पुलिस ने मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां पर अमरोहा एसडीएम कोर्ट में पेश किया. जहां काफी देर तक मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां को बैठाए रखने के बाद एसडीएम के सामने पेश किया गया. एसडीएम के सामने पेश होने से पहले हसीन जहां ने मीडिया से बात करते हुए जमानत देने से साफ इनकार कर दिया लेकिन कुछ लोगों को समझाने पर हसीन जहां जमानत देने को तैयार हो गए और जमानत देने के बाद फिर एक बार मीडिया के सामने पेश हुई. हसीन जहां ने कहा, "मैं अपने हक के लिए लड़ती रहूंगी."