750 कारतूसों का जखीरा, डॉक्टरी की तैयारी कर रही लड़की ने रेलवे स्टेशन पर खोला बैग तो सन्न रह गए पुलिसवाले
ballia Crime News : आपने श्रीदेवी की बेटी जान्हवी कपूर की वो वेब सीरीज शायद देखी होगी, जिसमें बिहार से आई भोलीभाली लड़की कैसे मां के इलाज के नाम पर पैसा जुटाने के लिए स्मगलिंग के धंधे में उतर जाती है, ऐसा ही कुछ वाकया यूपी के एक रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला.
UP Latest Crime News: यूपी के बलिया जिले में जीआरपी को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. उसने कारतूसों की तस्करी में शामिल एक लड़की को रेलवे स्टेशन से धर दबोचा, जो बैग में 750 कारतूसों को लेकर आराम से सफर कर रही थी. ये लड़की तस्करों के बड़े गिरोह का हिस्सा मानी जा रही है, जो कई राज्यों में अवैध हथियारों के लिए कारतूसों की सप्लाई कर रहे थे. लड़की बलिया से बिहार के छपरा जा रही थी. तस्करों ने शातिर ढंग से लड़की को मोहरा बनाया ताकि पुलिस या अन्य किसी को किसी भी प्रकार का कोई संदेह न हो.
कारतूसों से भरा था बैग
पुलिस को जब इसकी भनक लगी तो उसने लड़की की घेरेबंदी कर ली. उससे जब बैग खोलने को कहा गया तो उसमें कारतूस भरे देखकर सबकी आंखें फटी की फटी रह गईं. बैग में 315 बोर के 750 कारतूस थे. लड़की वाराणसी सिटी- छपरा पैसेंजर में सवार थी. 20 साल की लड़की मनीता सिंह को जीआरपी ने गिरफ्तार कर लिया. जीआरपी का दावा है कि मिर्जापुर के नदिया गांव की रहने वाली मनीता सिंह बनारस में नीट परीक्षा की तैयारी करर रही थी. इसके दौरान ही वो असलहा तस्करों के संपर्क में आई और उनका कैरियर बन गई. मनीता को वाराणसी से मिली कारतूसों की ये खेप छपरा रेलवे स्टेशन के बाहर मौजूद बड़ी स्ट्रीट लाइट के नीचे किसी शख्स को देनी थी. लेकिन इससे पहले ही वो धरी गई.
20 साल की मनीता बनी मोहरा
मनीता की पूरी प्लानिंग तब फेल हो गई जब बलिया रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में चेकिंग के दौरान जीआरपी ने मनीता को 315 बोर के 750 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया. जीआरपी के सीओ सवीरत्न गौतम का कहना है कि यह एक बड़ी सफलता है. अवैध कारतूस ले जा रही लड़की को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की गई है. इससे पहले भी जीआरपी ने बलिया रेलवे स्टेशन से 825 जिंदा कारतूस बरामद करने के साथ ही दो लोगों को गिरफ्तार किया था. पकड़े गए दोनों तस्कर अवैध कारतूस को बिहार ले जा रहे थे.
लड़की के चेहरे पर शिकन तक नहीं
सफेद शर्ट और बरमूडा पहने लड़की कहीं से भी डरी हुई नहीं लग रही थी, उसके चेहरे पर पकड़े जाते वक्त कहीं भी शिकन नहीं थी. उसने पुलिस को बताया कि अंकित पांडेय नाम के शख्स ने उसे वाराणसी में कारतूसों से भरा ये बैग दिया था, जिसे उसे छपरा में पहुंचाना था. इसके लिए उसे मोटी रकम भी दी गई थी. लड़की को अदालत में पेश किया जाएगा. जीआरपी उससे तमाम राज उगलवाने की तैयारी में है, ताकि तस्करों के पूरे गिरोह का भंडाफोड़ किया जा सके.
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