Sambhal Violence Update: ‘हिंदुओं को मार दो…’ पुलिस के हत्थे चढ़ा हिंसा भड़कने के बाद वीडियो बनाने वाला फरहत
Sambhal Violence Update: संभल हिंसा के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस कड़ी मशक्कत कर रही है. इस बीच पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. ये बहुत बड़ी गिरफ्तारी मानी जा रही है. आरोपी ने दंगा होने के बाद एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करवाया था. क्या है पूरा मामला पढ़िए.
Sambhal Violence Update: संभल हिंसा पर जहां एक ओर सियासी संग्राम जारी है, तो वहीं दूसरी ओर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. इस मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में यह 28वीं गिफ्तारी है. आरोपी का नाम फरहत है. यह गिरफ्तारी बहुत बड़ी मानी जा रही है. आरोपी ने दंगा होने का बाद एक वीडियो बनाया था और उस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करवाया था. वायरल वीडियो में आरोपी ने कहा था कि हिंदुओं को मार दो...उधर, संभल में अगले 48 घंटे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. शुक्रवार को जुम्मे की नमाज और चंदौसी कोर्ट में सुनवाई की वजह से जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है.
24 नवंबर को हुई थी हिंसा
दरअसल, 24 नवंबर को संभल के मोहल्ला कोट पूर्वी स्थित मुगल कालीन जामा मस्जिद में कोर्ट के आदेश पर सर्वे करने के लिए टीम पहुंची थी. इसी बीच सर्वे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए. देखते ही देखते हिंसा भड़क गई और 4 लोगों की जान चली गई. उप जिलाधिकारी समेत कम से कम 25 लोग घायल हुए थे. हिंसा के बाद अब पुलिस एक्शन में है.
उपद्रवियों की पहचान
खूनी हिंसा के दोषियों की पहचान की गई है, जिन्होंने पत्थरबाजी की थी. मंगलवार को एक वीडियो भी सामने आया था. जिसमें एक युवक पुलिस की टीम पर गोली चलाता नजर आया था. इसके बाद बुधवार को भी एक नया वीडियो सामने आया. जिसमें एक महिला पत्थरबाज छत से ताबड़तोड़ पत्थर फेंकती दिखी. अब पुलिस वीडियो के आधार पर पत्थरबाज महिला की तलाश कर रही है. ये वीडियो मस्जिद के पास हिन्दू खेड़ा इलाके की है. पत्थरबाजी की घटना के बाद से यहां सभी घरों पर ताला लटका हुआ है. सभी महिलाएं परिवार समेत फरार हैं. इसी इलाके की तीन पत्थरबाज महिलाओं को पुलिस अरेस्ट कर चुकी है.
उपद्रवियों का पोस्टर आया सामने
उधर, बुधवार को पुलिस ने पोस्टर जारी किए. जिसमें संभल हिंसा के गुनहगारों की तस्वीरें हैं. पुलिस ने जो पोस्टर जारी किए हैं, उनमें अधिकतर उपद्रवी 20 से 30 साल की उम्र के हैं. तस्वीरों में उपद्रवियों के हाथ में ईंट-पत्थर और हथियार दिख रहे हैं. पुलिस अधिकारियों की मानें तो जो वीडियो और फुटेज मिले हैं उनमें नाबालिग और महिलाएं भी हैं. जिनके पोस्टर पुलिस ने जारी नहीं किए हैं. इस पूरे मामले में मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि मामले अब तक 11 एफआईआर दर्ज की गई है. जिसमें 7 एफआईआर पुलिस की ओर से और 4 एफआईआर मृतकों के परिजनों की तरफ से दर्ज कराई गई है. अब तक 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, 70 से ज्यादा लोगों की पहचान हो चुकी है. जिन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनमें 3 महिलाएं और 3 नाबालिग भी हैं. जो वीडियो और फोटो मिले हैं उनके आधार पर आरोपियों को पहचानने के लिए पब्लिक की मदद ली जा रही है. जिनकी पहचान हो चुकी है, उन्हें गिरफ्तार करने की कार्रवाई हो रही है. इस मामले में जिला प्रशासन और पुलिस के द्वारा शासन को रिपोर्ट भेजी गई है.