कौन थे कैप्टन दीपक सिंह?, स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले आतंकियों से लड़ते-लड़ते दे दी प्राणों की आहुति
Captain Deepak Singh : देहरादून के रहने वाले कैप्टन दीपक सिंह 13 जून 2020 को सेना में शामिल हुए थे. वह क्विक रिएक्शन टीम का नेतृत्व कर रहे थे. बताया जा रहा है कि कैप्टन दीपक का परिवार दून के रेसकोर्स में रहता है.
Captain Deepak Singh : स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में आतंकियों से मुकाबला करते हुए देहरादून का लाल शहीद हो गया. 25 वर्षीय कैप्टन दीपक सिंह भारतीय सेना के 48 राष्ट्रीय राइफल्स में सिग्नल अधिकारी पद पर तैनात थे. सेना की एक टीम डोडा के जंगली इलाके में छिपे आतंकियों की तलाश में जुटी थी. इस बीच आतंकियों से हुए मुठभेड़ में कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए.
कौन थे कैप्टन दीपक सिंह?
देहरादून के रहने वाले कैप्टन दीपक सिंह 13 जून 2020 को सेना में शामिल हुए थे. वह क्विक रिएक्शन टीम का नेतृत्व कर रहे थे. बताया जा रहा है कि कैप्टन दीपक का परिवार दून के रेसकोर्स में रहता है. कैप्टन दीपक सिंह दो बहनों में इकलौते भाई थे. वह सबसे छोटे थे. तीन महीने पहले ही उनकी छोटी बहन ज्योति की शादी हुई थी. इसमें शामिल होने के लिए देहरादून आए थे. उनकी बड़ी बहन मनीषा केरल में रहती हैं. कैप्टन दीपक सिंह के माता-पिता बड़ी बहन मनीषा के घर केरल गए हुए थे.
हॉकी प्लेयर थे दीपक सिंह
रक्षाबंधन पर दोनों बहनें तैयारी कर रही थी कि इस बीच उनके शहीद होने की खबर से पूरे उत्तराखंड में सन्नाटा फैल गया. आज यानी 15 अगस्त को उनका पार्थिव शरीर उत्तराखंड लाया जाएगा. दीपक सिंह सेना अधिकारी के साथ हॉकी प्लेयर भी थे. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है. उन्होंने सोशल मिडिया एक्स पर लिखा, डोडा, जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैन्य भूमि उत्तराखण्ड के वीर सपूत कैप्टन दीपक सिंह जी को कोटिशः नमन. मां भारती की सेवा में आपका ये बलिदान सदैव युवाओं में राष्ट्रभक्ति का संचार करता रहेगा. ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें. ॥ॐ शांति॥
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