देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं. प्रदेश में ऑक्सीजन और दवाओं की कालाबाजारी को रोकने के लिए सीनियर आईपीएस ऑफिसर्स के साथ तीन अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. आईजी अमित सिन्हा के साथ निवेदिता कुकरेती और वंदना टीम इस टीम में शामिल हैं. ये टीम समय-समय पर प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को दवाओं, कोरोना मामले और ऑक्सीजन की हर कार्रवाई की जानकारी देगी.


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इन लोगों को सौंपी गई जिम्मेदारी


ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर नजर 
आईएएस (IAS) राधिका झा और नीरज खैरवाल ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर नजर रखेंगे. सीएसआर फंडिंग के लिए आईएएस सचिन कुर्वे नोडल ऑफिसर बनाए गए हैं. रेमेडेसिवीर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सप्लाई के लिए आईएएस पंकज पांडेय और राजेश कुमार नोडल ऑफिसर बनाए गए हैं.


ऑक्सीजन टैंकर के ट्रांसपोटेशन की जिम्मेदारी
IAS रंजीत सिन्हा एवं IPS केवल खुराना को ऑक्सीजन टैंकर के ट्रांसपोटेशन की जिम्मेदारी सौंपी गई है. हरीश चन्द्र सेमवाल को प्रवासी लोगों के लिए क्वारन्टीन सेंटर की जिम्मेदारी दी गई है. आईपीएस मुख्तार मोहसिन को कोविड 19 सेंटर में फायर सेफ्टी का जिम्मा दिया गया है.


मंगलवार को पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त
वहीं उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने मंगलवार को पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए. प्रदेश में पहली बार 24 घंटे के अंदर 5703 नए संक्रमित मरीज आए. वहीं, 96 मरीजों की मौत हुई है. साथ ही एक्टिव केस की संख्या भी 43 हजार पार हो गई है.


 रेमडेसिविर इंजेक्शन की एक खेप मिली
उत्तराखंड को मंगलवार देर रात 7,500 रेमडेसिविर इंजेक्शन की एक खेप मिल गई है. इससे उत्तराखंड के लोगों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. गुजरात से उत्तराखंड दवाई लाने के लिये राज्य सरकार ने राजकीय विमान भेजा था. 


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