Haldwani Violence: हल्द्वानी हिंसा में 4 लोगों की मौत और 250 लोगों के घायल हो गए हैं. इस मामले में मौलाना महमूद मदनी ने गृहमंत्री अमित शाह को खत लिखा है. लेटर में गंभीर सवाल उठाया गया है कि हल्द्वानी के थाना बलपुरपुरा क्षेत्र के अंतर्गत मलिक के बगीचे स्थित मस्जिद और मदरसे को नगर निगम द्वारा बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया, जबकि इस मामले में हाई कोर्ट में 14 फरवरी को सुनवाई होनी थी.यह स्थान मुस्लिम बहुल क्षेत्र में स्थित है. 1937 से मुस्लिम पक्ष द्वारा लीज पर लिया हुआ है.


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मस्जिद और मदरसे के ध्वस्तीकरण का क्षेत्र के लोगों द्वारा विरोध किया गया जिस पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया इससे क्षेत्र में अफरा तफरी मच गई. महमूद मदनी ने आगे लिखा कि उत्तराखंड राज्य में लगातार धार्मिक स्थलों को प्रशासन और अराजकतत्वों द्वारा ध्वस्त किया जा रहा है. ऐसे संवेदनशील मुद्दों को संबोधित करते समय स्थानीय समुदाय की भावनाओं पर विचार करना महत्वपूर्ण है.


भारत जैसे बहुलवादी समाज में धार्मिक स्थलों का विध्वंस हमेशा गहरी संवेदनशीलता का विषय रहा है. मदनी ने लिखा, आपसे यह सुनिश्चित करने की गुजारिश करता हूं कि भविष्य में धार्मिक स्थलों के खिलाफ विध्वंस की कार्रवाई की घटनाओं में स्थानीय प्रशासन प्रभावित समुदाय से जुड़ने और उनका विश्वास हासिल करने के लिए सक्रिय कदम उठाए.


उधर, घायल पुलिस कर्मियों को इलाज के लिए हल्द्वानी बेस अस्पताल लाया गया है.  हल्द्वानी मामले में मुख्यमंत्री ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है. मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ हालत की समीक्षा की.अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री धामी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. डीएम ने बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगाया है. इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. 


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