Kedarnath Dham Yatra 2024, रुद्रप्रयाग: केदारपुरी के रक्षक बाबा भैरवनाथ की ओंकारेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना के साथ केदारनाथ के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई. सोमवार को विशेष पूजा-अर्चना के साथ ही निज धाम के लिए बाबा केदार की पंचमुखी चल-विग्रह उत्सव डोली को रवाना किया जाएगा. विशेष ये है कि इसके लिए आठ क्विंटल फूलों से ओंकारेश्वर मंदिर की साज सज्जा की गई है. श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की तरफ से इसे लेकर सभी तरह की तैयारियां कर ली गई हैं. 10 मई को धाम के कपाट खोले जाएंगे. ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में (Bhairav Puja in Rudraprayag) रविवार को शाम के सात बजे बाबा भैरवनाथ की पूजा शुरू हुई. पूजा के समय ओंकारेश्वर धाम बाबा भैरवनाथ के जयकारे लगाए गए.


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डोली यात्रा का पहला पड़ाव और पुष्पवर्षा 
मंदिर समिति के अधिकारी की माने तो विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी डोली यात्रा का पहला पड़ाव है जहां पर सात मई को डोली यात्रा फाटा पहुंचेगी, इसके बाद आठ मई को गौरीकुंड पहुंचेगी. नौ मई को केदारनाथ धाम आएगी. 10 मई को सुबह के सात बजे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे. सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा कहा गया कि चारों धामों के कपाट जिस दिन खोले जाएंगे उस दिन हेलीकॉप्टर से यहां पर पुष्प वर्षा कराई जाएगी. सीएम ने आगे कहा कि उत्तराखंड मेजबान है, इस तरह उसकी ये जिम्मेदारी है कि पिछले साल के अनुभवों से सीखते हुए इस यात्रा को और बेहतर किया जाए. उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति विशेष की न होकर यह यात्रा पूरे देश की यात्रा है.


सभी तैयारियां 10 मई तक पूरी हों- सीएम
चारधाम यात्रा सुगम व सुरक्षित रहे इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सभी तरह की तैयारियां 10 मई तक हर हाल में पूरी कर ली जाएं ताकि आने वाले श्रद्धालुओं के सामने एक अच्छा संदेश जाए. केदारनाथ धाम के पड़ावों पर यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा. आयोजन करने वाली मुख्य भंडारा सेवादार टीम में चलने वाले 250 सेवादारों को सीएम धामी ने वर्चुअली अपने आवास से रविवार को हरी झंडी दिखाई और फिर यात्रा अपने पथ पर रवाना हुई. आपको बता दें कि कार्यक्रम सफल रहे इसके लिए टीम में शामिल हुए सेवादारों को अलग-अलग जिम्मेदारी भी सौंपी गई है.