नए साल में टूरिस्ट को तोहफा, नोएडा-दिल्ली से घंटों में उत्तराखंड के टूरिस्ट प्लेस तक पहुंचेंगे
Delhi-Dehradun Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे तैयार होने के बाद दिल्ली वाले अक्षरधाम से इस पर चढ़ सकेंगे और 264 किलोमीटर का सफर महज 2.5 घंटे में पूरा हो जाएगा.
सफर होगा सुहाना
दिल्ली की जाम भरी सड़कें और तनाव वाली जिंदगी से दूर खुशनुमा और सुकून की शाम बिताने के लिए अब आपको पूरे दिन का सफर नहीं करना पड़ेगा. नए साल में आप महज 2.5 घंटे खर्च करके दिल्ली-एनसीआर की भीड़ से पहाड़ों की गोद तक पहुंच जाएंगे.
दिल्ली से देहरादून
नए साल पर दिल्ली से देहरादून का सफर करने वाले यात्रियों को तोहफा मिलने जा रहा है. नए साल पर दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर वाहन फर्राटा भरने लगेंगे.
चार फेज में बन रहा एक्सप्रेस वे
ये एक्सप्रेस वे चार फेज में बन रहा है. इसके दो फेज का काम पूरा हो चुका है और इस पर नए साल से वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा. मई 2025 तक इस एक्सप्रेसवे के चारों फेज का काम पूरा हो जाएगा.
चार फेज में एक्सप्रेस वे
पहले फेज में अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल, दूसरे फेज में ईस्टर्न पेरिफेरल से सहारनपुर, तीसरे फेज में सहारनपुर बाईपास से गणेशपुर और चौथे फेज में गणेशपुर से आशारोड़ी चौक देहरादून तक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है.
छह घंटों का सफर तीन घंटों में पूरा
इस एक्सप्रेस वे के बनने से न केवल दिल्ली से देहरादून की दूरी कम होगी बल्कि छह घंटों का सफर तीन घंटों में पूरा किया जा सकेगा.
नए साल पर होगा शुरू
इसे नए साल पर शुरू किया जाएगा. इसमें एलिवेटेड रोड के साथ ही सुरंग भी है. इस परियोजना का काम अगले साल तक पूरा होना है. बाकी के दो फेज का काम मई 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा.
बरसाती नदी के ऊपर एलिवेटेड कॉरिडोर
गणेशपुर से लेकर डाटकाली मंदिर इलाके तक बरसाती नदी के ऊपर 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनकर तैयार है. इसके अलावा डाटकाली मंदिर क्षेत्र में लगभग 340 मीटर लंबी सुरंग भी बनाई गई है.
कितनी आएगी लागत
इस परियोजना के लिए 13 हजार करोड़ रुपए की लागत लगी है.
तीन घंटे में पूरा होगा सफर
कहा जा रहा है कि इन चारों फेज का काम पूरा होने के बाद देहरादून से दिल्ली तक का सफर मात्र तीन घंटे में पूरा किया जा सकेगा. अभी दिल्ली से देहारदून पहुंचने में छह घंटे का समय लगता है.
डिस्क्लेमर
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.