गंगा के किनारे-किनारे गुजरेगा एक और एक्‍सप्रेसवे, 11 साल बाद शुरू होगा 8 लेन एक्‍सप्रेसवे

देहरादून आना-जाना आम बात हो जाएगी. दिल्‍ली-देहरादून एक्‍सप्रेसवे के बाद एक और एक्‍सप्रेसवे बनने जा रहा है. 11 साल से ठंडे बस्‍ते में बंद अपर गंगा कैनाल एक्‍सप्रेसवे पर एक बार फ‍िर काम शुरू हो गया है.

अमितेश पांडेय Jan 02, 2025, 22:02 PM IST
1/9

11 साल बाद काम शुरू होगा

दरअसल, नोएडा, ग्रेटर नोएडा को सीधे देहरादून से जोड़ने के लिए 11 साल पहले अपर गंगा कैनाल एक्‍सप्रेसवे परियोजना की शुरुआत की गई थी. हालांकि, यह परियोजना उसी समय ठंडे बस्‍ते में चली गई थी. 

2/9

इनको सीधा फायदा

ग्रेटर नोएडा से सोनाटा, गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, देवबंद होते हुए देहरादून के पुरकाजी तक बनने वाले आठ लेन अपर गंगा कैनाल एक्‍सप्रेसवे का काम 11 साल बाद शुरू होने जा रहा है. 

3/9

कितना लंबा होगा

बता दें कि साल 2013 में देहरादून की तरफ से 147.8 किलोमीटर लंबे इस एक्‍सप्रेसवे का निर्माण कार्य भी शुरू किया गया था. हालांकि, बाद में इस एक्‍सप्रेसवे का काम रुक गया था. 

4/9

कितने में बनेगा नया एक्‍सप्रेसवे

अपर गंगा कैनाल एक्‍सप्रेसवे बनाने के लिए 87 सौ करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया था. यह एक्‍सप्रेसवे यूपी-उत्‍तराखंड सीमा से पहले बुलंदशहर के सनौता पुल से मुजफ्फरनगर स्थित पुरकाजी तक गंगा नहर के किनारे से निकलेगा.  

5/9

आठ लेन का होगा एक्‍सप्रेसवे

आठ लेन के एक्‍सप्रेसवे की अनुमानित लंबाई 147.8 किलोमीटर है. एक्‍सप्रेसवे के किनारे छह स्‍थानों पर लैंड पार्सल के लिए विकास किया जाएगा. ताकि लॉजिस्टिक सेवाओं को रफ्तार मिल सके.

6/9

इन शहरों को लगेगा विकास का पंख

साथ ही इस एक्‍सप्रेसवे की मदद से नहर, पर्यटन के विकास और वाटर स्‍पोर्ट्स के साथ नेविगेशन सुविधाएं होंगी. नहर पर सात जगहों पर पनबिजली स्‍टेशनों का विस्‍तार किया जाएगा. 

7/9

कई लिंक एक्‍सप्रेस भी शामिल होंगे

दक्षिण-पश्चिम मेरठ को प्रस्‍तावित एक्‍सप्रेसवे के जरिये मेरठ एयरपोर्ट और प्रस्‍तावित डीएफसी टर्मिनल से जोड़ने के लिए 23.5 किमी का लिंक एक्‍सप्रेसवे शामिल होगा. 

8/9

पुरकाजी से देवबंद तक लिंक एक्‍सप्रेसवे

इसके अलावा एनएच 24 के नजदीक से गुजरने वाले एक्‍सप्रेसवे को डासना फॉल के पास से जोड़ने के लिए 3.5 किमी का लिंक एक्‍सप्रेसवे बनाया जाएगा. 

9/9

डिस्क्लेमर

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

 

ZEENEWS TRENDING STORIES

By continuing to use the site, you agree to the use of cookies. You can find out more by Tapping this link