Uttarakhand News: उत्तराखंड में जंगलों की आग के बाद लगातार बारिश और ओलावृष्टि से एक और त्राहि मची हुई है. इसकी वजह से फसलों के साथ-साथ चार धाम यात्रा में दर्शनार्थियों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है. अचानक से प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल चुका है. जगह-जगह बारिश होने से जंगलों की आग ठंडी होती दिख रही है. 


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फसल को हुआ भारी नुकसान
पर्यटक स्थल चकराता में भी लगातार बारिश के साथ तेज ओलावृष्टि होने से जहां एक तरफ जंगलों की आग ठंडी हुई  है. तो वहीं दूसरी ओर पहाड़ के किसानों को इस ओलावृष्टि से भारी नुकसान होने का अंदेशा दिखाई दे रहा है. यहाँ पर हुई भारी ओलावृष्टि से सेब, आडू, खुमानी, टमाटर आदि फसलों को भारी नुकसान हुआ है. हालांकि, इस बारिश और ओलावृष्टि की वजह से मौसम में आई ठंडक ने लोगों को गर्मी से राहत भी दी है.


चारधाम यात्रा के लिए प्रशासन ने कसी कमर
यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए विकासनगर में गंगोत्री, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर परिवहन विभाग द्वारा एक चेक पोस्ट बनाई गई है. जहां यात्रियों के रजिस्ट्रेशन से लेकर यात्रा को जाने वाली सभी गाड़ियों की फिटनेस सहित अहम दस्तावेजों की जांच करने के बाद ही यात्रियों को आगे की यात्रा के लिए रवाना किया जा रहा है. विकास नगर के कटापत्थर बाढ़वाला में बनाई गई इस चेक पोस्ट पर पुलिस के साथ-साथ प्रशासन की टीम भी मुस्तेदी के साथ यात्रियों को हर संभव सुविधा देने की कोशिश में जुटी हुई है.


यात्रियों के लिए पूरी सुविधा
इस यात्रा मार्ग से यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के यात्रियों की क्षमता को देखते हुए रोजाना तकरीबन 300 यात्री इस राष्ट्रीय राजमार्ग से यात्रा के लिए भेजे जा रहे हैं. प्रशासन का दावा है कि उन्होंने यात्रियों के लिए स्कूल व आश्रमों में रुकने की व्यवस्था के साथ ही होटल व ढाबों पर रेट लिस्ट चस्पा की गई है. जिससे यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी.


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