एमडी की परीक्षा में नकल कराते पकड़े गए AIIMS के दो डॉक्टर, ऐसे कर रहे थे पेपर लीक
Uttarakhand News : उत्तराखंड पुलिस को परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को अनुचित माध्यमों से नकल कराए जाने की गोपनीय सूचना मिली. इसके बाद ऋषिकेश पुलिस और एसओजी देहात की संयुक्त टीम ने पांच अरोपितों को पकड़ लिया.
Uttarakhand News : ऑल इंडिया स्तर पर एम्स की ओर से आयोजित एमडी परीक्षा (इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट 2024) में नकल कराने के आरोप में AIMS ऋषिकेश के दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि दोनों डॉक्टरों ने एमडी की परीक्षा पास कराने के लिए 50 लाख रुपये भी लिए थे. उत्तराखंड पुलिस ने इन दो डॉक्टरों के अलावा तीन और आरोपितों को भी गिरफ्तार किया है.
ऐसे पकड़े गए सभी आरोपी
दरअसल, उत्तराखंड पुलिस को परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को अनुचित माध्यमों से नकल कराए जाने की गोपनीय सूचना मिली. इसके बाद ऋषिकेश पुलिस और एसओजी देहात की संयुक्त टीम ने रविवार देर रात बैराज रोड पर एक कार में बैठे पांच लोगों को रोका. जांच में पता चला कि कार में बैठे पांच लोग एम्स की एमडी परीक्षा में कांगडा हिमाचल के परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन से उत्तर बता रहे थे.
पकड़े गए आरोपितों की पहचान
पकड़े गए आरोपितों में अजीत निवासी जिंद हरियाणा, अमन सिवाच निवासी रोहतक हरियाणा, वैभव कश्यप निवासी पटियाला पंजाब, बीजुल गौरा निवासी हिसार हरियाणा तथा जयंत निवासी डिफेंस कॉलोनी हिसार हरियाणा शामिल है. इसमें वैभव तथा अमन एम्स ऋषिकेश में डॉक्टर हैं.
50-50 लाख रुपये लिए
पूछताछ में अजीत ने बताया कि उसकी तीन लैब हैं जिनके माध्यम से वह अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी परीक्षार्थियों को नकल कराने के एवज में मोटी धनराशि लेता है. बताया कि एमडी परीक्षा के लिए 50-50 लाख रुपये लिए थे. इसमें दो-दो लाख रुपये दोनों चिकित्सके के पास पहुंचे थे. इससे पहले आरोपितों का नाम 2015 में रोहतक में हुए एआईपीएमटी पेपर लीक में भी सामने आया था.
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