Rishikesh News: सिंघम बनी पुलिस एम्स के छठवें फ्लोर तक जीप से धड़ाधड़कर पहुंची, महिला डॉक्टर से गंदी बात करने वाले को दबोचा
Rishikesh News: उत्तराखंड में ऋषिकेश एम्स में एक महिला डॉक्टर को अश्लील मैसेज भेजने वाले आरोपी को दबोचने के लिए पुलिस ने ऐसा प्लान बनाया, जिसकी तारीफ भी हो रही है और आलोचना भी.
Rishikesh AIIMS Video: फिल्मों में भी अब वो जमाना नहीं रहा, जब पुलिस देर से पहुंचती है, अब खुद सिंघम जैसे पुलिस अधिकारी फिल्मों में सही टाइम में एंट्री मारते हैं और विलेन को दबोच लेते हैं. ऐसा ही कुछ उत्तराखंड के सबसे बड़े अस्पताल ऋषिकेश एम्स में देखने को मिला. जहां पुलिस अचानक जीप से धड़धड़ाते हुए अस्पताल के छठवें फ्लोर तक रैंप के जरिये पहुंच गई. मरीजों और तीमारदारों के बीच ऊपर चढ़ती जीप देकर सब सन्न रह गए. किसी को समझ नहीं आया कि माजरा क्या है. तभी छठवें फ्लोर पर पहुंचते ही पुलिस ने जगह-जगह पोजीशन ले ली और महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ के आरोपी को सीधे धर दबोचा. अस्पताल में मरीजों-तीमारदारों के बीच ऊपर चढ़ती जीप का ये वीडिय वायरल हो रहा है.
दरअसल, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स ऋषिकेश में ऑपरेशन थिएटर के भीतर महिला डॉक्टर से कुछ वक्त पहले छेड़छाड़ हुई थी. आरोपी कोई और नहीं बल्कि हॉस्पिटल का ही नर्सिंग अफसर था. लेकिन कार्रवाई न होने से डॉक्टरों का गुस्सा फूटा और उन्होंने हड़ताल कर दी.आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चिकित्सकों के हड़ताल पर जाने के बाद मामला गरमाया. महिला डॉक्टर की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया. इसके बाद भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
जानकारी के मुताबिक, एम्स ऋषिकेश के ऑपरेशन थियेटर में सर्जरी विभाग में तैनात एक महिला डॉक्टर के साथ सोमवार की शाम ऑपरेशन के दौरान एक नर्सिंग अफसर सतीश कुमार ने छेड़खानी की थी. हालात को देखते हुए पुलिस को इमरजेंसी वार्ड के भीतर से अपने वाहन को निकलना पड़ा.
घटना के विरोध में एम्स के चिकित्सकों ने हड़ताल करते हुए डीन कार्यालय का घेराव किया. महिला डॉक्टरों की ओर से कोतवाली में तहरीर दी गई थी. नर्सिंग अफसर सतीश कुमार राजस्थान का रहने वाला था, उसके शहर से भागने की आशंका था. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए पूरा जाल बिछाया.
एम्स ऋषिकेश के रैंप से पुलिस जीप उसे गिरफ्तार करने पहुंची. रास्ते में कई जगह मरीजों को स्ट्रेचर पर लेकर जा रहे अस्पतालकर्मियों से रास्ता खाली करवाया गया. मरीजों के तीमारदारों को भी साइड में किया गया. इसके बाद पुलिस जीप ऊपर तक पहुंची. इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. हालांकि सवाल उठ रहा है कि आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस वैन को ऊपर ले जाने की क्या जरूरत थी. आरोपी को दबोचने के बाद पुलिस वैन इमरजेंसी वार्ड से भी गुजरी. इतना जोखिम क्यों मोल लिया गया. पुलिसकर्मी सादी वर्दी में भी अस्पताल में जाकर आरोपी को सीधे दबोच सकते थे. कुछ लोगों ने वायरल वीडियो देखने के बाद ऐसा करने वाले पुलिस अफसरों पर भी कार्रवाई की मांग उठा दी.
एम्स ऋषिकेश ऑपरेशन के दौरान जूनियर डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था, पुलिस ने एसआईटी टीम को पूरा मामला दे दिया है जिसके बाद पूरे मामले की एसआईटी टीम जांच करेगी. दो महिला एस आई ,एक महिला कांस्टेबल के साथ में अस्पताल के कानूनी अधिकारी को शामिल किया गया है. एम्स ऋषिकेश में आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है जूनियर डॉक्टर.