Uttarakhand Weather Today, देहरादून:  उत्तराखंड में आसमान से आफत की बारिश शुरू हो गई है. जगह-जगह लैडस्लाइड से कोहराम मचा हुआ है. केदारनाथ में एक बार फिर बादल फटने से भारी नुकसान की संभावना है. सैकड़ों श्रद्धालु यहां फंसे हुए हैं. इस बीच मौसम विभाग ने देवभूमि के तीन जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. साथ ही चार जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. भारी बारिश के मद्देनजर लैंडस्लाइड प्रभावित इलाकों में अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.


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मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग की मानें तो आज यानी गुरुवार को उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है. जिन इलाकों में मूसलाधार बारिश का रेड अलर्ट जारी है, उनमें नैनीताल, ऊधमसिंहनगर और चंपावत जिले के कुछ हिस्से शामिल हैं. इन जिलों में गरज-चमक के साथ भारी से भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं जिन जिलों में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट अलर्ट जारी किया है, उनमें देहरादून, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार का नाम है. इन जिलों में भारी बारिश होने की उम्मीद है. जबकि अन्य जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इस दौरान अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है.  


स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद आज टिहरी, पौड़ी और देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल, उधमसिंह नगर के स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है. कक्षा 1 से 12 तक के सभी शैक्षणिक संस्थानों में एक दिन का अवकाश घोषित किया गया है. वहीं हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के चलते पहले से ही स्कूल बंद हैं. भारी बारिश की चेतावनी से NDRF, SDRF को भी अलर्ट रहने को कहा गया है. साथ ही लोगों से भी सावधानी और सतर्कता बरतने की अपील की गई है. इसके अलावा आज भी चारधाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन नहीं होंगे. हरिद्वार और ऋषिकेश स्थित पंजीकरण केंद्र में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया स्थगित रहेगी. जिलाधिकारी यात्रा को लेकर अपने स्तर से निर्णय लेंगे.


केदारनाथ में फटा बादल
केदारनाथ में बुधवार रात को बादल फटने से भारी तबाही होने की खबर है. बताया जा रहा है कि पैदल मार्ग पर भीम बली के गदेरे में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. भारी बोल्डर और मलबा आने से पैदल मार्ग का करीब 30 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है. इस घटना के कारण भीम बली में लगभग 150 से 200 तीर्थ यात्री फंसे बताए जा रहे हैं. रात का अंधेरा होने के कारण बचाव कार्य में भी परेशानी हुई.   


126 रास्तों पर आवागमन ठप
देवभूमि में मॉनसून में बरस रही आफत ने लोगों की मुश्किल और बढ़ा दी है. मंगलवार को 103 मार्ग थे, वहीं बुधवार को ये संख्या बढ़कर 126 हो गई. जानकारी के मुताबिक, सबसे अधिक प्रभावित सीमांत पिथौरागढ़ जिला है. यहां पिथौरागढ़- तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग, एक बार्डर रोड और 23 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं. वहीं रुद्रप्रयाग में 10, बागेश्वर में आठ, टिहरी में 11, चंपावत में दो और टिहरी में 11 मोटर मार्ग बंद है. उत्तरकाशी में तीन राज्य मार्ग और छह ग्रामीण मोटर मार्ग, देहरादून में एक राज्य मार्ग और 17 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हैं. अल्मोड़ा में एक राज्य मार्ग, एक अन्य जिला मार्ग और एक ग्रामीण मोटर मार्ग, चमोली में एक मुख्य जिला मार्ग और 22 ग्रामीण मोटर मार्ग, ऊधम सिंह नगर में एक मुख्य जिला मार्ग और 22 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हैं.


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