फिरोजाबाद: किसान की पीट-पीट कर हत्या, सपा विधायक को भेजा जेल
फिरोजाबाद में खेत में चारा काटने को लेकर एक किसान की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई.
फिरोजाबाद: फिरोजाबाद के सिरसागंज थाना क्षेत्र के सेनावली गांव में खेत में चारा काटने को लेकर एक किसान की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. किसान की बेरहमी से हत्या के मामले को लेकर राजनीति गरमा गई है. पुलिस ने इस मामले में सपा विधायक हरिओम यादव, उनके बेटे विजय प्रताप जो पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं, हिरासत में ले लिया है. बाप-बेटे पर पुलिस के कामकाज में बाधा और जातीय वैमनस्यता फैलाने का आरोप लगा है. हत्या मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है. जिले के एसएसपी राहल यदुवेंद्र ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
किसान की बेरहमी से पिटाई की गई
सेनावली गांव के किसान श्यामवीर अपने दो दोस्तों के साथ खेत में चारा काटने गए थे. चारा काटने को लेकर इनका विवाद गजेंद्र और उसके दोस्तों के साथ हो गया. अन्य लोगों ने बीच बचाव कर मामला शांत करवाया. लेकिन, कुछ घंटे बाद दोनों गुटों के लोग फिर से आपस में भिड़ गए. दूसरी बार मारपीट के दौरान गजेंद्र ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर किसान श्यामवीर और उसके दोस्तों की जमकर पिटाई कर दी.श्यामवीर और उसके साथियों की बुरी तरह से पिटाई की गई. श्यामवीर के साथी किसी तरह वहां से भागने में कामयाब रहे, लेकिन वह फंस गया. उसे लाठी डंडे से बुरी तरह से पीटा गया,जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई.
मामला दर्ज करवाने के लिए सपा विधायक धरने पर बैठे
मौत की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई. न्याय की गुहार लेकर उसके परिजन और ग्रामीण थाना पहुंचे. परिजनों ने गजेंद्र और उसके साथियों के खिलाफ हत्या की तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने शिकायत नहीं दर्ज की. पुलिस द्वारा मामला दर्ज नहीं करने पर ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर दिया. तब तक सिरसागंज से सपा विधायक हरिओम यादव भी थाना पहुंचे और पुलिसकर्मियों से मामला दर्ज करने को कहा. विधायक के कहने के बावजूद पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो विधायक अपने समर्थकों के साथ जिला अस्पताल पहुंच गए और वहां शव दिखाने की मांग करने लगे. जिला अस्पताल प्रशासन ने शव दिखाने से इंकार कर दिया तो विधायक अपने समर्थकों के साथ वहीं पर धरने पर बैठ गए. गुस्साए विधायक ने आरोप लगाया कि इस हत्याकांड के पीछे बीजेपी नेता जय वीर सिंह और उनके बेटे अतुल प्रताप सिंह जो वर्तमान में जिला को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष हैं, का हाथ है.
पुलिस के कामकाज में बाधा डालने की वजह से सपा विधायक गिरफ्तार किए गए
सपा विधायक हरिओम यादव ने कहा कि पुलिस बीजेपी नेता के दबाव में आकर उनके खिलाफ मामला नहीं दर्ज कर रही है. जब तक पुलिस बीजेपी नेताओं के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज नहीं करेगी तब तक मैं यहां से नहीं उठूंगा. आखिरकार, पुलिस के कामकाज में बाधा का मामला दर्ज कर सपा विधायक और उनके बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. थाने के भीतर किसी को घुसने की इजाजत नहीं है. इस हत्याकांड ने अलग ही मोड़ ले लिया है. हत्या पर सियासत होने लगी है. ऐसे में पुलिस की जिम्मेदारी है कि राजनीतिक घटनाक्रम के चक्कर में पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिले.