नई दिल्‍ली : ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ पर एफआईआर दर्ज की गई है. 1987 बैच के आईएएस अफसर रमा रमन पर रिश्‍वत मांगने के आरोप लगे हैं. ग्रेटर नोएडा पुलिस ने ग्रेनो अथॉरिटी के पूर्व सीईओ रमा रमन एक बिल्डर समेत पांच पर भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है. उनके खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. रमा रमन मौजूदा समय में अपर मुख्य सचिव हथकरघा के पद पर लखनऊ में नियुक्त हैं.


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रमा रमन बसपा और सपा के कार्यकाल में 4 जुलाई 2010 से 18 जुलाई 2016 तक तीनों अथॉरिटी में सीईओ और चेयरमैन की पद पर तैनात थे. उनपर 20 लाख रुपए रिश्वत मांगने का आरोप है. यह एफआईआर मेरठ स्थित भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट 2 के आदेश पर दर्ज की गई है. आरोप है कि अथॉरिटी के अफसरों ने अधिग्रहण किए बिना ही एक भूखंड बिल्डर को आवंटित कर दिया था.


 



आरोप है कि भूखंड मालिक ने आपत्ति जताई तो उससे दूसरी जगह जमीन देने के नाम पर 20 लाख रुपए रिश्वत मांगे गए. मामले की जांच सीओ 1- नोएडा कर रहे हैं. 


रमा रमन के खिलाफ ग्रेनो वेस्ट के निवासी कुलदीप भाटी ने भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में शिकायत की थी. लखनऊ में रहने वाली शशि पत्नी जियालाल एवं मुक्ता मोहिनी की ग्रेनो वेस्ट स्थित जमीन के केयरटेकर हैं. दावा है कि यह जमीन आबादी के रूप में दर्ज थी और अधिग्रहण न होने की कैटेगिरी में थी लेकिन इसे एक बिल्डर को आवंटित कर दिया गया.