भाजपाई हुए पूर्व नौकरशाह AK Sharma, सदस्यता पर बोले- `ऐसा सिर्फ BJP में ही संभव`
स्वतंत्र देव सिंह ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा, `एके शर्मा जी के आने से पार्टी का मान बढ़ेगा और पार्टी को सम्मान मिलेगा.`
लखनऊ: गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा अब राजनीति में आ गए हैं. अरविंद शर्मा ने अपनी सियासी पारी की शुरुआत के लिए बीजेपी को चुना है. मऊ जिले के रहने वाले अरविंद शर्मा का रिटायरमेंट 2022 में होना था, लेकिन उन्होंने VRS (Voluntarily Retirement Scheme) ले लिया. अब उन्होंने लखनऊ आ कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है. बीजेपी के उत्तर प्रदेश प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर शर्मा ने कहा कि वह बीजेपी में आकर गौरवांवित महसूस कर रहे हैं.
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"बिना राजनीतिक बैकग्राउंड किसी को पार्टी में लाना केवल भाजपा कर सकती है"
भाजपा की सदस्यता लेने के बाद पूर्व नौकरशाह शर्मा ने कहा, "मैं मऊ जिले के बैकवर्ड गांव का रहने वाले व्यक्ति हूं. मेहनत और संघर्ष करके मैंने आईएएस की नौकरी पाई. मैं सचिव के पद पर कार्य कर रहा था. ऐसा व्यक्ति जिसका कोई राजनीतिक बैकग्राउंड ना हो, उसे पार्टी में लाना शायद नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और भाजपा (Bharatiya Janta Party) ही कर सकती है. इस बात के लिए मैं मोदी जी, माननीय अध्यक्ष जी और पार्टी के प्रति नतमस्तक हूं."
स्वतंत्र देव सिंह ने किया एके शर्मा का स्वागत
एके शर्मा के भाजपा का दामन थामने के बाद प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, " एके शर्मा जी के आने से पार्टी का मान बढ़ेगा और पार्टी को सम्मान मिलेगा. ईमानदार लोग जब आते हैं, तो पार्टी का भी कद बढ़ता है. ऐसे ही पार्टी के कारण अरविंद जी का भी कद बढ़ेगा. इसलिए मैं इस अवसर पर अरविंद जी का हृदय से स्वागत करता हूं. आपके आने से राज्य सरकार और केंद्र सरकार को भी मजबूती मिलेगी."
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विधान परिषद के लिए भी एके शर्मा का नाम
बता दें, अरविंद शर्मा पीएम मोदी के विश्वसनीय अधिकारियों में से एक रहे हैं. संभावना है कि बीजेपी पार्टी विधान परिषद के लिए भी एके शर्मा का नाम दे सकती है.
यूपी का डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा तेज
एके शर्मा के वीआरएस लेने से हर कोई हैरान था. अब माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के लिए तीसरे डिप्टी सीएम पर भी विचार कर रही है. इसके लिए एके शर्मा का नाम सामने आ रहा है. हालांकि, यह सिर्फ अटकलें हैं. इस बात की कोई पुष्टि नहीं की गई है.
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यूपी के काजा खुर्द के रहने वाले हैं अरविंद
11 अप्रैल 1962 को काजा खुर्द में जन्म लेने वाले अरविंद कुमार शर्मा 1989 में एसडीएम के रूप में पोस्ट हुए. अरविंद कुमार शर्मा की प्रारंभिक शिक्षा काझाखुर्द प्राथमिक विद्यालय से हुई. इसके बाद मऊ शहर के डीएवी इंटर कॉलेज से उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की. ग्रेजुएशन के लिए वे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी गए.
निभा चुके हैं बड़ी जिम्मेदारियां
एके शर्मा 1995 में मेहसाणा के कमिश्नर बने. गुजरात में नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2001 में उन्हें सीएमओ के सचिव की जिम्मेदारी मिली. 2013 में एके शर्मा को प्रमोशन मिला और उन्हें अतिरिक्त प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी दी गई. इसके बाद 2014 में पीएम मोदी देश संभालने के लिए दिल्ली आए तो शर्मा को भी अपने साथ ले आए. जून 2014 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर एके शर्मा को पीएमओ में संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी दी गई. इसके बाद वीआरएस लेने से पहले तक वे पीएमओ में ही रहे.
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