गणतंत्र दिवस के दिन रखी जाएगी अयोध्या में मस्जिद की नींव, इसी हफ्ते सामने आएगा खाका
राम मंदिर के निर्माण को लेकर काम तेजी से चल रहा है. इसे लेकर देश भर में धन संकलन के लिए विश्व हिंदू परिषद अभियान भी चलाने वाली है. इसी बीच धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का खाका भी रखा जाने वाला है. इसके लिए यहां आवंटित पांच एकड़ जमीन पर इसकी आधारशिला गणतंत्र दिवस पर रखी जाएगी.
अयोध्या: राम मंदिर के निर्माण को लेकर काम तेजी से चल रहा है. इसे लेकर देश भर में धन संकलन के लिए विश्व हिंदू परिषद अभियान भी चलाने वाली है. इसी बीच धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का खाका भी रखा जाने वाला है. इसके लिए यहां आवंटित पांच एकड़ जमीन पर इसकी आधारशिला गणतंत्र दिवस पर रखी जाएगी. मस्जिद निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई है. ट्रस्ट ने फैसला किया है कि 15 अगस्त या 26 जनवरी 2021 को अयोध्या मस्जिद की नींव रखी जाएगी. ट्रस्ट का कहना है कि 7 दशक पहले इसी दिन हमारा संविधान अस्तित्व में आया था. हमारा संविधान बहुलवाद पर आधारित है जो कि हमारी मस्जिद परियोजना का मूलमंत्र है.
19 दिसंबर को आएगा ब्लू प्रिंट
19 दिसम्बर को ट्रस्ट की बैठक के बाद शाम 4.30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मस्ज़िद की डिज़ाइन का ख़ुलासा किया जाएगा. इस बैठक में ट्रस्ट के सदस्यों के अलावा आर्किटेक्ट्स भी शामिल होंगे. जो सदस्य व्यक्तिगत तौर पर लखनऊ नहीं आ पाएंगे, वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल होंगे. मस्ज़िद का नाम तय किया जा चुका है. मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद रखा गया है. इसमें कहीं भी बाबरी मस्जिद का ज़िक्र नहीं होगा.
BJP के 'मिशन बंगाल' में अहम होगी यूपी की भूमिका, तैयार हो चुका है प्लान
धन्नीपुर मस्जिद का ऐसा होगा स्वरूप
सुन्नी वक्फ बोर्ड ने मस्जिद के निर्माण के लिए छह महीने पहले आईआईसीएफ का गठन किया था. परियोजना के मुख्य वास्तुकार प्रोफेसर एसएम अख्तर ने इसे अंतिम रूप दे दिया है, जिसके बाद आईआईसीएफ ने 19 दिसंबर को मस्जिद परिसर का खाका सार्वजनिक करने का फैसला किया है. इस परिसर में एक मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल, एक सामुदायिक रसोई और एक पुस्तकालय होगा. अख्तर ने बताया कि मस्जिद में एक समय में 2,000 लोग नमाज अदा कर सकेंगे और इसका ढांचा गोलाकार होगा. उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल 9 नवंबर को अयोध्या में विवादित रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया था और केंद्र को मस्जिद निर्माण के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन मुहैया कराने का निर्देश दिया.
WATCH LIVE TV