Noida International Airport News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी गौतमबुद्ध नगर में बनाया जा रहा है, जल्द ही उड़ान भरने के लिए तैयार होगा. यह एयरपोर्ट न सिर्फ क्षेत्रीय विकास का प्रतीक बनेगा, इस एयरपोर्ट के संचालन से न केवल दिल्ली एयरपोर्ट का लोड कम होगा, बल्कि नोएडा और एनसीआर के विकास को नई गति मिलेगी.


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नोएडा एयरपोर्ट का डिजाइन क्या है? 
ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी के द्वारा इस एयरपोर्ट को तैयार किया जा रहा है. नोएडा एयरपोर्ट 1334 हेक्टेयर में तैयार हो रहा है और इसमें दो रनवे होंगे. यात्रियों के लिए यमुना एक्सप्रेस वे की तरफ से एंट्री मिलेगी और पीछे की तरफ से कॉमर्शियल वाहनों के आने का मार्ग बनाया जा रहा है. एयरपोर्ट के चारों तरफ ग्रीन बेल्ट होगा.


लाखों यात्रियों को संभालने की क्षमता 
एयरपोर्ट के निर्माण को चार चरणों में पूरा किया जाएगा, और पहले चरण में 12 मिलियन यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी, जो अप्रैल 2025 तक पूरी हो जाएगी. एयरपोर्ट की पहली उड़ान अप्रैल 2025 में होगी. 


 इंडिगो और अकाशा एयरलाइन्स के साथ समझौता 
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के तहत एक महत्वपूर्ण प्रगति सामने आई है. एयरपोर्ट की चीफ ऑपरेटिंग अधिकारी, किरण जैन ने जानकारी दी कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने इंडिगो और अकाशा एयरलाइन के साथ एक समझौता (MOU) किया है. इस करार के अनुसार, एयरपोर्ट से उड़ान सेवाओं की शुरुआत की जाएगी.  एयरपोर्ट के लिए एयरोड्रोम लाइसेंस के लिए आवेदन भी जमा कर दिया गया है, जो हवाई संचालन के लिए आवश्यक है.


ट्रायल और उड़ान की तैयारियां
एयरपोर्ट के अधिकारियों के अनुसार, ट्रायल इस साल दिसंबर 2024 में शुरू होने की संभावना है, जबकि नियमित उड़ानें अप्रैल 2025 में शुरू हो जाएंगी. कलिविरेशन लैंडिंग पहले ही सफलतापूर्वक हो चुकी है, जिससे यह संकेत मिलता है कि एयरपोर्ट के बाकी बचे कार्य भी समय पर पूरे हो जाएंगे.


बेहतर कनेक्टिविटी
एयरपोर्ट के अंदर ग्राउंड रेलवे के साथ रैपिड रेल, मेट्रो और बुलेट ट्रेन की भी सुविधा दी जाएगी, जिससे इस एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी बेहतर होगी. इससे यात्री आसानी से देश के किसी भी कोने से एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे.


उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति में भूमिका
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट राज्य की आर्थिक वृद्धि के लिए मील का पत्थर साबित होगा. यह एयरपोर्ट अकेले उत्तर प्रदेश के 40 से 50 प्रतिशत राजस्व का योगदान देगा, जिससे राज्य को भारी मुनाफा होगा. इस एयरपोर्ट के चालू होने से न केवल दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्री भार कम होगा, बल्कि नोएडा एनसीआर क्षेत्र में नए अवसरों की शुरुआत भी होगी.


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