गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का नगर निगम घोटालों के लिए हमेशा से मशहूर रहा है. कई घोटालों की अभी भी जांच चल रही है और कइयों की जांच शुरू भी नहीं हुई है. वहीं अब विजयनगर इलाके के डूंडाहेड़ा में बने सीवर प्लांट की मरमम्त भी सवालों के घेरे में है. सीवर प्लांट के सुधार कार्य के लिए 6 करोड़ 39 लाख रुपए पास किए गए थे, लेकिन आज तक उसकी हालत खस्ता ही पड़ी है. इस मामले में टीम गठित कर जांच शुरू कर दी गई है. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. 


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वॉर्ड-27 के पार्षद ललित कश्यप का कहना है कि प्लांट की हालत इतनी खराब है, लेकिन जल निगम से इसकी कोई सूचना नहीं मिली है. दीवारों की हालत खस्ता हो गई है और लैंटर पर खंबे लगाकर काम चलाया जा रहा है. देखने से ऐसा लगता है कि अंदर रह रहे लोग भी ये प्लांट नहीं चलाते हैं. बारिश के समय पानी इतना भर जाता है कि मोटर भी नहीं चलाई जा सकती.


जल निगम को शिकायत कर मोटर चलवाई जाती है. सरकार ने इसकी मरम्मत के लिए पैसा लगाया था, लेकिन ठेकेदारों ने कुछ नहीं किया. सारा पैसा बस कागजों में गिनवा दिया. प्लांट की हालत ऐसी ही रही तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. साथ ही पार्षद ने नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर से सख्त कार्रवाई कर ठेकेदारों से सवाल करने कर प्लांट की जल्द से जल्द मेंटेनेंस कराने का निवेदन किया है. 


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