एनसीआर के छह बड़े शहरों को मिलेगा सुपरफास्ट नेटवर्क, दिल्ली जाने की जरूरत नहीं
फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद परियोजना को लेकर गुडन्यूज है. प्रोजेक्ट को फिर शुरू किए जाने की तैयारी है. इसके सर्वेक्षण का काम पूरा कर लिया गया है. यमुना नदी पर बनने वाले पुल का अलाइनमेंट होने के बाद नोएडा प्राधिकरण भी अपने क्षेत्र में सड़क बनाने की प्रक्रिया शुरू कर देगा.
गुड न्यूज
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अगर आप भी दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में रहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद के बीच यात्रा करने वालों को जल्द बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है.
बेहतर कनेक्टिविटी
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गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद की कनेक्टिविटी और बेहतर करने के लिए एफएनजी एक्सप्रेसव-वे परियोजना को और रफ्तार मिलने वाली है.
NHAI को मिल सकता है जिम्मा
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एफएनजी एक्सप्रेसवे को बनाने की कमान फिर से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को दी जा सकती है. पहले भी इसको लेकर प्रयास हो चुके हैं लेकिन चीजें ठंडे बस्ते में चली गईं.
बैठक हो चुकी हैं
जानकारी के मुताबिक नोएडा और हरियाणा सरकार के लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों की इसको लेकर बीते दिनों बैठक हो चुकी है. जिसमें एनएचएआई को इसका जिम्मा दिया जा सकता है.
क्या हो सकता है?
यमुना पर बनने वाले पुल और उसके कनेक्ट होने वाली रोड पर भी बैठक में चर्चा की गई. नोएडा प्राधिकरण अपने क्षेत्र में आने वाले यमुना पुल को जोड़ते हुए रोड का निर्माण करेगा.
डीपीआर तैयार
यमुना नदी पर बनने वाले पुल की विस्तृत परियोजना (DPR) को तैयार कर लिया गया है. इस प्रोजेक्ट में करीब 200 से 250 करोड़ रुपये खर्च होंगे. मंजूरी के लिए भेजा गया है. प्रोजेक्ट के तहत यमुना नद पर पुल का निर्माण सेक्टर 168 मंगरौली के सामने किया जाएगा.
सफर होगा आसान
गाजियाबाद से नोएडा होते हुए फरीदाबाद तक का सफर आसान हो जाएगा. न केवल दूरी कम होगी बल्कि जाम के झाम से भी छुटकारा मिलेगा. 25 से 30 मिनट में सफर पूरा हो सकेगा.
क्या है प्लानिंग?
पहले पुल के बाद हरियाणा में 54 किलोमीटर सड़क का निर्माण की योजना थी. लेकिन अब इसको सेक्टर-88 की रोड से लिंक करने का प्रस्ताव रखा गया है.
नोएडा अथॉरिटी की योजना
वहीं नोएडा प्राधिकरण ने पुल से नेशनल हाईवे-24 तक 23 किलोमीटकर एक्सप्रेसवे निर्माण की योजना तैयार की है.
मिलेंगे ये फायदे
एफएनजी बनने से मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद, बल्लभगढ़ और पलवल जाने वालों का सफर आसान होगा. गाजियाबाद से नोएडा होते हुए कम समय में फरीदाबाद पहुंच सकेंगे.
डिसक्लेमर
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.