गोरखपुर में डबल मर्डर से सनसनी, बुजुर्ग महिला और नाती की घर में गला रेतकर हत्या
गोरखपुर के एसएसपी जोगिन्दर कुमार ने बताया कि अभी तक हत्या की वजह पता नहीं चल सकी है. पुलिस इसे सम्पत्ति विवाद से जोड़कर देख रही है.
प्रदीप तिवारी/गोरखपुर: प्रदेश के गोरखपुर में डबल मर्डर की वारदात से सनसनी फैल गई है. घर के अंदर 50 वर्षीय बुजुर्ग महिला और उसके 14 साल के नाती की लाश मिली है. महिला पति से अलग रहती रही है. तीन दिन पहले ही समझौते के बाद महिला सात साल के बाद पति के घर पर बेटी और नाती को लेकर रहने आई थी. बताया जा रहा है कि उसका पति और बेटे से विवाद रहा है. घटना की सूचना मिलने के बाद आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जांच-पड़ताल की.
गला रेत कर की गई हत्या
गोरखपुर के शाहपुर थानक्षेत्र के रामजानकी नगर में एक मकान में हत्या की वारदात की सूचना के बाद पुलिस पहुंची. इसके फौरन बाद गोरखपुर के एसएसपी जोगिन्दर कुमार और अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. घर के अंदर रिटायर्ड रेलकर्मी विरेन्द्र की पत्नी चंदा सिंह और नाती नैतिक की लाश पड़ी मिली है. घटना की सूचना मिलने के बाद डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिंक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की और सबूत इकट्ठे किए. महिला और उसके नाती की गला रेतकर हत्या की गई है.
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हो सकता है संपत्ति का विवाद
गोरखपुर के एसएसपी जोगिन्दर कुमार ने बताया कि अभी तक हत्या की वजह पता नहीं चल सकी है. पुलिस इसे सम्पत्ति विवाद से जोड़कर देख रही है. क्योंकि पति-पत्नी में बीते सात साल से अनबन चल रही थी. फिलहाल दोनों एक ही मकान में अलग-अलग रह रहे थे.
कुछ दिन पहले ही वापस आई थी घर
दोनों का तेज चाकू से गला रेता गया है. रेलवे से रिटायर्ड वीरेन्द्र सिंह और उनकी पत्नी चंदा सिंह के बीच 7 साल से अनबन चलती रही है. वीरेन्द्र सिंह ने पत्नी को घर से निकाल दिया, तो वह पचपेड़वा में किराए के मकान में रहने लगी. अभी एक हफ्ता पहले दोनों में समझौता हुआ और विरेन्द्र ने पत्नी चंदा को मकान के तीन कमरे रहने को दे दिए. तबसे वह यहीं रहने लगी. एक हिस्से में वीरेन्द्र सिंह अपने बेटे विशाल और बहू के साथ रह रहे हैं. जबकि पत्नी चंदा अपने नाती नैतिक के साथ रहती थी. बेटी सोनी कभी-कभी आकर तो मां के पास रहा करती थी.
शुरुआती पड़ताल में पता चला है कि मूलरूप से शाहजहांपुर जिले के रहने वाले विरेन्द्र सिंह के पिता भगवानदास रेलवे में नौकरी के सिलसिले में यहां आए. इसके बाद विरेन्द्र सिंह को भी यहीं रेलवे में नौकरी मिल गई. उन्होंने अपना मकान बनवा लिया. विरेन्द्र सिंह के तीन बेटे और एक बेटी रही हैं. दो बेटों का देहांत हो चुका है. उन दोनों की शादी नहीं हुई थी. बेटा विशाल नगर निगम में कूड़ा वाहन चलाता है. जबकि बेटी सोनी की शादी मेंहदावल संतकबीरनगर में हुई है.
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