UP police bharti 2024: सिपाही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका में एसटीएफ ने गोरखफुर बांसगांव कस्बे की निवासी महिला पुलिसकर्मी समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है. संदिग्धों के मोबाइल फोन में पांच अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र मिले हैं.  पकड़े गए आरोपियों में एक दिल्ली का रहने वाला है.मोबाइल में सिपाही भर्ती के 5 एडमिट कार्ड मिले हैं.  सभी आरोपितों के मोबाइल फोन को कब्जे में लेने के साथ ही टीम पूछताछ कर रही है. फिलहाल पुलिस के आला अधिकारी इस बारे में अभी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.


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यूपी एसटीएफ एक महिला कांस्टेबल से पूछताछ कर रही है. मोबाइल में सिपाही भर्ती के 5 एडमिट कार्ड मिले हैं. पुलिस ने 3 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है.  महिला कांस्टेबल गोरखपुर के बांसगांव की रहने वाली है. महिला कांस्टेबल को एसटीएफ ने घर से उठाया है. महिला कांस्टेबल की श्रावस्ती में तैनाती है. महिला कांस्टेबल के अलावा 3 अन्य लडकों को भी उठाया गया है. एक लड़का दिल्ली का और दूसरा ड्राइवर और तीसरा निजी सुरक्षाकर्मी है. युवक  दिल्ली से गोरखपुर अभ्यर्थियों से पैसे लेने आया था ऐसा उसने एसटीएफ की पूछताछ में बताया है.


सुबह 10 बजे से होगी पहली पाली की परीक्षा 
बता दें कि पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू होगी, जो दोपहर 12 बजे तक चलेगी. इसके बाद दूसरी पाली की परीक्षा शाम 3 बजे से 5 बजे तक आयोजित की जाएगी. सुबह 7 बजे से ही अभ्‍यर्थी परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने लगे थे. अभ्‍यर्थी समय से परीक्षा केंद्रों पर पहुंच जाएं, इसके लिए शहरों में ट्रैफ‍िक पुलिस को भी अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. कहीं भी जाम से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी. इसके लिए हर परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. 


सपा के पूर्व मंत्री पर FIR
गुरुवार को यूपी पुलिस भर्ती का पेपर लीक होने की अफवाह फैली थी. जालसाज सोशल मीडिया पर हर कीमत पर पेपर मुहिया करवाने का दावा कर अभ्यर्थियों को क्यूआर कोड भेजकर रकम ट्रांसफर करने की बात कही गई. भर्ती को लेकर एक्स पर असत्य और अपमानजनक पोस्ट पर सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह को भी आरोपी बनाया गया है. यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की तरफ से लखनऊ के हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है.  भर्ती बोर्ड मीडिया सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार की तहरीर पर दर्ज केस में बताया गया है कि कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की अफवाह फैला रहे हैं.