Gorakhpur News: गुजरात का रहने वाला 55 वर्षीय जयेश रावजी सेजपाल, जिसे पुलिस ने शातिर 'नटवरलाल' करार दिया है, देशभर के 24 फाइव स्टार होटलों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है. गोरखपुर के होटल मैरियट कोर्टयार्ड में हुई चोरी के बाद पुलिस ने उसे ओपन सोर्स इंटेलिजेंस की मदद से गिरफ्तार कर लिया. 


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चोरी का अनोखा तरीका
जयेश सबसे पहले होटल के भीतर शादी या अन्य कार्यक्रम में शामिल होकर मेहमानों का भरोसा जीतता था. अच्छे पहनावे और आदर्श व्यवहार के कारण कोई उस पर शक नहीं करता. इसके बाद वह होटल के स्टाफ को गुमराह कर मास्टर चाबी से कमरे खोलकर गहने, नकदी, और कीमती सामान चुरा लेता था.


गोरखपुर में कैसे पकड़ा गया?
16 नवंबर को गोरखपुर के एक फाइव स्टार होटल में उसने व्यापारी अनूप बंका के परिवार का भरोसा जीतकर चोरी की. सीसीटीवी फुटेज और इंटरनेट पर सर्च के जरिए पुलिस ने उसकी पहचान की. रामगढ़ताल थाना पुलिस ने कालेसर जीरो प्वाइंट से उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.


पुलिस ने कैसे लगाया सुराग?
हरियाणा के करनाल में इसी तरह की चोरी की घटना के सुराग मिले. हरियाणा पुलिस से संपर्क करने पर जयेश का फोटो मिला, जो गोरखपुर होटल के सीसीटीवी फुटेज से मेल खाता था. इसके बाद पुलिस ने उसे ट्रैक कर गिरफ्तार किया. 


शानदार होटलों में चोरी करने की वजह
जयेश ने बताया कि फाइव स्टार होटलों में अमीर लोगों का आना-जाना होता है, जिससे अधिक नकदी और कीमती सामान चुराने का मौका मिलता है. गूगल पर सर्च कर वह होटलों की जानकारी जुटाता और रेकी करता था. ये भी बताया कि वह मबई, चेन्नई, आगरा, रायपुर, कलकत्ता, उदयपुर, लखनऊ, गोवाहाटी, जयपुर, कोयम्बटूर, जोधपुर, हैदराबाद, विशाखापट्टनम, जालंधर, चंडीगढ़, केरल,  करनाल के पांच सितारा होटलों में चोरी कर चुका है. 


चोरी के बाद कहां जाता था?
चोरी के बाद जयेश किसी अन्य होटल में रुकता और शहर छोड़ देता. गोरखपुर में उसने चोरी के बाद काली मंदिर के पास एक होटल में शरण ली. 


पारिवारिक जीवन से अलग
जयेश की चोरी की आदतों के कारण उसकी पत्नी और बच्चे उसे छोड़ चुके हैं. वह अकेला मुंबई में किराए के मकान में रहता है. अपनी जरूरतें पूरी करने और ऐशो-आराम के लिए वह लगातार चोरी करता रहा.


चोरी की प्रमुख घटनाएं और सजा
2000: मुंबई के ताज होटल में पहली चोरी, जिसमें पकड़ा गया.
2003: बेंगलुरु के होटल में चोरी, तीन महीने की जेल.
2007: आगरा में चोरी, साढ़े चार साल की जेल.
2023: करनाल में चोरी, फिर गोरखपुर में घटना.


कुल मिलाकर
जयेश रावजी सेजपाल, जिसने देशभर में बड़ी-बड़ी होटलों को निशाना बनाया, आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गया। उसकी गिरफ्तारी में रामगढ़ताल थाना पुलिस और एसओजी की अहम भूमिका रही। एसएसपी ने इस सफलता के लिए टीम को 25,000 रुपये का इनाम भी दिया. 


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