नई दिल्ली: राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि इलाहाबाद में कुंभ मेले के बाद जमा हुए ठोस कचरे को निपटाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं और इस संबंध में अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए.


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न्यायमूर्ति अरुण टंडन की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए एनजीटी ने कहा कि क्षेत्र में स्थिति खतरनाक है और इससे तत्काल निपटा जाना चाहिए जिससे कि महामारियों को फैलने से रोका जा सके.



एनजीटी अध्यक्ष न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल के नेतृत्व वाली पीठ ने कहा कि जमीनी स्तर पर जवाबदेही तय की जानी चाहिए तथा वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों द्वारा व्यक्तिगत निरीक्षण सुनिश्चित किया जाना चाहिए.


और क्या कहा पीठ ने?
पीठ ने कहा,‘हम तदनुसार निर्देश देते हैं कि जमीनी स्तर के अधिकारियों की जवाबदेही तय करने के लिए एक उचित निगरानी तंत्र स्थापित किया जाना चाहिए तथा मुख्य सचिव द्वारा जल्द से जल्द निरीक्षण के लिए जरूरी अधिकारियों का स्तर निर्धारित किया जाना चाहिए.’


इसने कहा कि अच्छा होगा कि यह काम 26 अप्रैल से पहले कर लिया जाए, जिस दिन उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव के अधिकरण के समक्ष पेश होने की उमीद है.