Dog Bite in Roorkee: भीषण गर्मी के चलते कुत्‍ते हमलावर हो रहे हैं. ऐसे में वह राहगीरों को निशाना बना रहे हैं. उत्‍तराखंड के रुड़की में एक दिन में कुत्‍ते काटने (Dog Bite) के 96 मामले सामने आए हैं. चिकित्‍सकों ने कुत्‍ते काटने के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जाहिर की है. 


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एक दिन में 96 मामले सामने आए 
दरअसल, पिछले दिनों रुड़की के सिविल अस्‍पताल में 40 से 50 कुत्‍ते काटने के मामले सामने आ रहे थे. मंगलवार को यह संख्‍या बढ़कर 96 हो गई. एक दिन में इतने मामले आने पर चिकित्‍सकों ने चिंता जाहिर की है. वहीं, बुधवार को भी अस्‍पताल के बाहर लंबी कतार लगी रही. एंटी रेबीज लगवाने आए लोगों का कहना है कि शहर हो या गांव, आवारा कुत्‍ते हर जगह हमलावर हो रहे हैं. लोग घरों से निकलने से कतरा रहे हैं. 


चिकित्‍सकों ने सतर्क रहने की सलाह दी 
सिविल अस्‍पताल के चिकित्‍सकों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. खासकर बुजुर्ग और महिलाओं को किसी के साथ बाहर निकलने की सलाह दी है. चिकित्‍सकों का कहना है कि अगर किसी को कुत्‍ते काट लें तो सबसे पहले नजदीक के अस्‍पताल जाएं. इससे पहले आप जिस जगह पर कुत्‍ते ने काटा है वहां डिटर्जेंट साबुन, रिन या सर्फ एक्‍सेल साबुन से खूब अच्‍छे से साफ कर लें. 


कुत्‍ते काटने पर क्‍या करें
इसके बाद जख्म वाली जगह पर बिटाडिन दवा लगाएं. इससे रैबीज वायरस का असर कम हो जाता है, लेकिन इसे अच्छी तरह से धोना जरूरी है. रक्तस्राव होने पर साफ कपड़े से बांध लें. यदि आपके पास ओवर-द-काउंटर एंटीबायोटिक क्रीम है तो लगा सकते हैं. 


इसलिए हो रहे आक्रामक 
पशु चिकित्साधिकारी का कहना है कि मनुष्य की तुलना में कुत्तों के शरीर का तापमान अधिक होता है. मनुष्य अपने शरीर से पसीना बहाकर गर्मी से निजात पा लेते हैं, लेकिन जानवरों की त्वचा में स्वेट ग्लैंड्स नहीं होते हैं. इससे वे पसीने के रूप में शरीर की गर्मी को बाहर नहीं निकाल पाते. इससे वे चिड़चिड़े, बीमार व आक्रामक हो जाते हैं. 


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