Haridwar News/करण खुराना: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में इस बार सावन के कांवड़ मेले में हए नेम प्लेट का बवाल अभी थमा नहीं है. इसी बीच हरिद्वार में प्रशासन के एक कदम से फिर से यह चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, पहली बार हरिद्वार प्रशासन ने कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली मस्जिद और मजार को ढकने का काम किया है. कांवड़ के दौरान आर्यनगर के पास इस्लामनगर की मस्जिद और ऊंचे पुल पर बनी मजार और मस्जिद को पर्दे से ढका गया है. जो स्थानीय लोगों को नागवार गुजर रहा है.


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शिवभक्त भी कर रहे विरोध 
हालंकि, कांवड़ लेने आए शिवभक्त भी इसे सही नही मान रहे है. कांवड़ियों का कहना है कि मस्जिदों को पर्दे से ढके या ना ढके उन्हे कोई फर्क नहीं पड़ता है. जबकि मस्जिदों के लोग इसे प्रशासन की सोच बता कर कुछ भी खुल कर बोलने से कतरा रहे हैं. जबकि कुछ लोग इसे पूरी तरह से गलत मान रहे हैं. पर्दा लगाने से सड़क पर अतिक्रमण होने और शिवभक्तों को आने जाने में परेशानी होने की बात कहते हुए पिछले कांवड़ में भोलों की सेवा करने की बात कर रहे हैं. जबकि इस बार पर्दा लगने के चलते सभी लोग सेवा नहीं कर पा रहे हैं.


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मेले में किसी भी तरह का बैर नहीं
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी इस कदम को प्रशासन की मेला सुरक्षा का हिस्सा बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिंदू मुस्लिम एकता के लिए जाने जाने वाले इस मेले में हिदू को मुस्लिम से किसी भी तरह का बैर नहीं है.


नेमप्लेट विवाद
इससे पहले यूपी और उत्तराखंड प्रशासन ने कांवड़ मार्ग पर सभी दुकानें और फल विक्रेताओं को अपनी दुकानों और रेहड़ी के सामने अपने नाम की तख्ती लगाने का फैसला दिया था. प्रशासन के इस फैसले की चारों तरफ निंदा की गई थी. आखिर में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश सरकार को अपने इस फैसले बदलना पड़ा था. 


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