Hathras Stampede News (शिवांक मिश्रा/मैनपुरी): हाथरस हादसे में मची भगदड़ से 121 लोगों की जान चली गई. जिसके बाद से नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा फरार है. पुलिस तलाश को लेकर छापेमारी कर रही है लेकिन बाबा का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है. इस हादसे के बाद बाबा को लेकर एक के बाद एक राज का पर्दाफाश हो रहा है. उसके गरीबों को फंसाने के तरीके का चौंकाना वाला खुलासा हुआ है. 


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Zee News आपको अंधविश्वास से बचाने के लिए लगातार मैनपुरी वाले ढोंगी बाबा सूरज पाल उर्फ नारायण साकार हरि की MODUS OPERANDI को आपके सामने खोल रहा है. आज इसी कड़ी में हम खुद बाबा के एजेंटों और उनके भक्तों की गवाही सुनाएंगे. जिससे आप बाबा की अंधभक्त बढ़ाने वाली MODUS OPERANDI समझ पाएंगे. मैनपुरी में बाबा के आश्रम के बाहर ZEE NEWS को ढोंगी बाबा सूरज पाल उर्फ नारायण साकार हरि की संगत के 3 सदस्य मिले, जो नारायण साकार हरि की लोगों को उससे जोड़ने वाली वाली सेना के शामिल हैं. उनके नाम हैं अजय कुमार,रामस्वरूप ,वेदराम... ये तीनों कन्नौज के रहने वाले हैं और बाबा के एजेंट हैं.


जब भी बाबा का किसी जगह पर कथित सत्संग होता है तब ये तीनों अपने गांव के परेशान लोगों को बाबा से जुड़ी अपनी "कहानी" सुनाते हैं कि कैसे बाबा उनके सपने के आए सब ठीक कर दिया और लोगों से कहते हैं कि तुम्हे ठीक होना हो तो तुम भी जाओ. बाबा के एजेंट कैसे गांव गांव में फैले हुए हैं और लोगों को झूठी कहानी सुना कर बाबा से जोड़ते हैं इसकी गवाह हैं बाबा के अंधविश्वास में डूबी नन्नी देवी... 10 साल पहले बाबा की महिला एजेंट इनके गांव में बाबा के कार्यक्रम के दिन आई थी. इनसे बोला तुम गरीब हो बाबा से जुड़ जाओ वो भगवान हैं. गरीबी दूर हो जाएगी जैसे खुद एजेंट की हो गई. जिसके बाद नन्नी देवी बाबा से जुड़ गई.


अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर बाबा के एजेंटों की भर्ती कैसे होती है. जो बाबा का प्रचार करते हैं तो अजय कुमार को सुनिए, इनके मुताबिक सत्संग में इनके परमात्मा यानि ढोंगी बाबा का जो भी बाबा का एजेंट बनना चाहता है, उससे पर्ची में नाम पता गांव योग्यता और क्यों बाबा का प्रचार प्रसार करना चाहता है ये लिखता है इसके बाद ही बाबा की कमेटी ऐसे लोगों को चुनती है जिसे बाबा के साथ और लोगों को जोड़ना है. 


बाबा के एजेंटों और भक्तों से बात करके जो MODUS OPERANDI समझ में आई वो कुछ इस तरह है कि बाबा के कथित सत्संग के दिन बाबा के एजेंट गरीबों और परेशान लोगों से मिलते हैं, उन्हे अपनी कहानी सुनाते हैं कि कैसे बाबा ने उन्हें या उनके परिवार को ठीक कर दिया...फिर चमत्कार का दावा करके सत्संग ले जाते हैं. जहां पर बाबा इन्हें अपने शब्दों के जाल में फंसाता है. मुकुट चक्र दिखा कर इन्हें बताता की वो भगवान है और जीवन भर इन्हें मूर्ख बनाता रहता है.
इन एजेंट से बाबा गांव गांव में अपना प्रचार प्रसार मुफ्त में करवाता है क्योंकि ये भी बाबा के अंधविश्वास के मग्न रहते हैं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को अंधविश्वासी बनाते हैं. 


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