Bihar Politics: बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर की एंट्री ने सियासी पारा बढ़ा दिया है. वहीं राजद ने अब सवाल पुछा है कि अमित शाह के आग्रह करने पर प्रशांत किशोर को जेडीयू ने अपनी पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था.
Trending Photos
पटना: बिहार की राजनीति में जन सुराज पार्टी की एंट्री होने के बाद से ही प्रशांत किशोर लगातार राजद, बीजेपी औऱ जेडीयू पर हमलावर हैं. इस बीच राजद ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट प्रशांत किशोर पर हमला बोला है. राजद ने अपने पोस्ट में बताया कि बिहार में उनकी कैसे एंट्री हुई. राजद ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि नीतीश कुमार ने खुलेआम टीवी चैनलों में कई बार कहा है कि उन्होंने बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बारंबार आग्रह करने पर प्रशांत किशोर को अपनी पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था लेकिन वह हमारी पार्टी में आकर गड़बड़ करने लगा तो उसे हटा दिया.
राजद ने आगे लिखा कि नीतीश कुमार की इस बात का खंडन ना तो आज तक अमित शाह ने किया और ना ही प्रशांत किशोर पांडे ने. इससे सीधा-स्पष्ट है कि वह जेडीयू में बीजेपी का प्लांटेड जासूस था और अब वह बीजेपी के पेरोल पर बीजेपी की मदद के लिए एक पार्टी बना पिछले दरवाज़े से प्रत्यक्ष रूप से मोदी-शाह के लिए काम कर रहा है. शिखंडी बाज़ारू का यही काम होता है कि पहले किसी पार्टी का काम के बहाने डेटा चुराओ और अगले चुनाव में इसे बीजेपी को दे दो.
राजद ने आगे लिखा कि ऐसा व्यापारी आदमी व्यापार करने से बाज तो आता नहीं इसलिए विपक्ष का वोट काटने के नाम पर अब बीजेपी फंड दे रही है. इससे उसका धंधा ही चल रहा है. गुजरात का एक बड़ा व्यापारी झारखंड की तरह बिहार में पैर जमाने और यहां के खनिज लूटने के लिए फंड दे रहा है, साउथ की शराब लॉबी बिहार से शराबबंदी हटाने के नाम पर फंड दे रही है. इसलिए ही बाज़ारू आदमी ने 2 हजार से अधिक लोगों को पेड वर्कर रख गांधी की फोटो लगा शराबबंदी हटाने तथा बिना किसी विचारधारा, दृष्टि, नीति, नियम और सिद्धांत के धन-सुराज लाने की ठानी है.
राजद ने प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए कहा कि ई बिहार है बव्वा बिहार! यहाँ का दलित, पिछड़ा, अतिपिछड़ा और मुसलमान बहुत जागरूक हो चुका है. वो जानते है कि जातिवादी एवं बिकाऊ मीडिया के सहारे यह बीजेपी का प्रयोग, बेबी प्रोडक्ट और प्रोजेक्ट है. वंचितों, उपेक्षितों का चरित्रहनन कर उन्हें भ्रमित करने में शायद इनके पूर्वज सफल हुए होंगे लेकिन अब उनके वंशजों को ऐसा नहीं करने देंगे. गंगा-गंडक, कोसी-कमला-बागमती, सोन-पुनपुन और फल्गु में बहुत पानी बह चुका है. राजद ने आगे सवाल करते हुए लिखा कि अमित शाह का जेडीयू में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने का क्या उद्देश्य था? यह रिश्ता क्या कहलाता है?
बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!