Jharkhand Political Crisis​: मनी लॉन्ड्रिंग केस में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया है. उनकी जगह चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे. जबकि संभावना जताई जा रही थी कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को कमान सौंपेंगे. आज ED ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया. पहले कयास लगाए जा रहे थे कि हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को राज्य की कमान दी जाएगी. दरअसल, सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि हेमंत सोरेन ने विधायकों की बैठक में गिरफ्तारी की सूरत में पत्नी को कमान दी जा सकती है. लेकिन विधायक दल की बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन को नेता चुना गया. इसी के साथ झारखंड में पिछले दो दिनों से जारी लुका छिपी का खेल भी खत्म हो गया. सोरेन ईडी की पूछताछ और गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली से झारखंड तक दौड़ लगा रहे थे, लेकिन कोई भी विकल्प न बचने के बाद उन्होंने त्यागपत्र देने का निर्णय लिया.


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इस महीने की शुरुआत में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी ऐसा ही दावा किया था, लेकिन खुद मुख्यमंत्री ने इसे खारिज कर दिया था. उस समय सोरेन (Hemant Soren) ने निकट भविष्य में अपनी पत्नी के चुनाव लड़ने की संभावना से भी इनकार कर दिया था.
कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) विधायक नहीं हैं और यदि वह सीएम पद की शपथ लेती हैं तो उन्हें छह महीने के भीतर उपचुनाव जीतकर विधानसभा का सदस्य बनना होगा.


इस मामले में एक पेंच ये भी है कि झारखंड विधानसभा (Jharkhand) का कार्यकाल एक साल से भी कम समय में खत्म हो रहा है, इसलिए उपचुनाव की संभावना को खारिज किया जा सकता है. ओडिशा के मयूरभंज (Mayurbhanj) की रहने वाली कल्पना की शादी 7 फरवरी 2006 को हेमंत सोरेन से हुई और उनके दो बच्चे निखिल और अंश हैं.


कल्पना सोरेन का जन्म 1976 में रांची (Ranchi) में हुआ था. उनके पिता एक व्यवसायी हैं और उनकी मां एक गृहिणी हैं. उन्होंने इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया और एमबीए भी किया है.


कल्पना सोरेन एक स्कूल चलाती हैं. इसके साथ ही जैविक खेती उनका पसंदीदा विषय है. वह उसके लिए भी काम करती हैं. उनके पास तीन व्यावसायिक इमारतें हैं, जिनकी कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये है. वह महिला एवं बाल सशक्तिकरण  के कार्यक्रमों में भी अक्सर देखी जा सकती हैं. वहीं चंपई सोरेन को झारखंड का टाइगर भी कहा जाता है. वह हेमंत सोरेन के सबसे खास मंत्री हैं. उनके पास परिवहन मंत्रालय का जिम्मा है. 


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वह 2022 में तब सुर्खियों में आईं जब पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास (Raghubar Das) ने हेमंत सोरेन (Hemant Soren) पर अपनी पत्नी के स्वामित्व वाली कंपनी को एक इंडस्ट्रियल एरिया में प्लॉट आवंटित करने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था.