नवीन पांडेय/वाराणसी: कोरोना वायरस को लेकर बाजारों में मास्क और सेनिटाइजर की डिमांड बढ़ गई है. ऐसे में इन चीजों की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है. जिसके बाद जनता को राहत पहुंचने के लिए आईआईटी बीएचयू ने बड़ा कदम उठाया है. बीएचयू आईआईटी के जैव प्रोद्योगीकी विभाग में अब हर्बल सेनिटाइजर बनाया जा रहा है. जिससे सेनिटाइजर की डिमांड को पूरा किया जा सके.


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सेनिटाइजर बनाने में हो रहा WHO की गाइड लाइन का पालन
बीएचयू की लैब में बनने वाला सेनिटाइजर WHO की गाइड लाइन को देखते हुए बनाया जा रहा है. बीएचयू जैव प्रोद्योगीकी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मार्शल ने हर्बल सेनिटाइजर के बारे में बताया कि इसमें 70 प्रतिशत आक्सी प्रोपेनाल या एथेनाल लेकर उसमें एक तिहाई हिस्सा एलोविरा मिलाया गया. साथ ही गुलाब की पंखुड़ियों को मिलाकर सेनिटाइजर बनाने का काम किया जा रहा है. हर्बल सेनिटाइजर को सबसे पहले बीएचयू में ही वितरित किया जाएगा जिसके बाद मार्केट में भी उतारा जाएगा.


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